जेट एयरवेज के बंद होने से सिर्फ कर्मचारी ही परेशान नहीं हैं, इससे बड़े-बड़े होटल, जेट की फ्लाइट के अंदर कैटरिंग सुविधा देने वाली कंपनियां और यहां तक कि देश से ताजा फल और सब्जियों के निर्यातक भी प्रभावित हो रहे हैं। सभी लोगों की नौकरियों पर संकट मंडरा रहा है।
जेट ने जिन वेंडर्स का उधार नहीं चुकाया है, उनकी लिस्ट भी बढ़ रही है। मामले से वाकिफ लोगों ने बताया कि जेट एयरवेज पर मेरियाट, ताज, हिल्टन और हयात जैसे वेंडरों का काफी बकाया है। जेट ने अपने क्रू मेंबर्स को इन होटलों में ठहरने के लिए महीनों पहले कमरे बुक कर रखे थे जिनके पैसे का अभी तक भुगतान नहीं किया गया है।
जेट एयरवेज का ऑपरेशन बुधवार से पूरी तरह बंद हो गया है। इसके 22 हजार कर्मचारी अचानक सड़क पर आ गए। भविष्य की चिंता में इन कर्मचारियों ने मुंबई-दिल्ली में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में शामिल कई कर्मचारियों के आंसू छलक पड़े। सभी लोगों को अपनी नौकरी की चिंता सता रही है।
गुरुवार को जेट एयरवेज के ढेरों कर्मचारियों ने जंतर-मंतर पर बड़ा विरोध प्रदर्शन किया, जिसे साइलेंट अपील का नाम दिया गया है।
होम लोन की ईएमआई, बच्चों के स्कूल की फीस कौन भरेगा। बात सिर्फ यहीं तक नहीं, जिंदगी के सारे सपने मानो एक पल में क्रैश हो गए हों। देश के हजारों कर्मचारी सड़क पर आ गए हैं।