देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी सरकार के पास है. आईपीओ के जरिए सरकार एलआईसी में लगी अपनी 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने जा रही है. आईपीओ के जरिए सरकार को 21000 करोड़ रुपए मिलने की उम्मीद है. इसके बाद आईपीओ खरीदने वाले सभी आम निवेशकों की एलआईसी में हिस्सेदारी हो जाएगी.
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आम निवेशक एलआईसी में 9 मई तक पैसा लगा सकेंगे. कंपनी ने आईपीओ के लिए 902-949 रुपए प्रति शेयर प्राइस बैंड रखा है. एक शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपए है. रिटेल निवेशक एलआईसी के आईपीओ के लिए लॉट के हिसाब से बोली लगा सकेंगे. एक लॉट में 15 शेयर होंगे. इसका मतलब यह है कि एलआईसी आईपीओ के लिए बोली लगाने वाले निवेशकों को न्यूनतम एक लॉट के लिए 949*15 मतलब कि 14235 रुपए लगाने होंगे. पहले जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार एक आम निवेशक अधिकतम 14 लॉट के लिए बोली लगा सकेंगे.
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एलआईसी अपने पॉलिसिहोल्डरों को आईपीओ में विशेष छूट दे रहा है. पॉलिसिहोल्डर्स को प्रति शेयर 60 रुपए और रिटेल इनवेस्टर्स को प्रति शेयर 45 रुपए का डिस्काउंट मिलेगा. विशेषज्ञों की नजर में एलआईसी आईपीओ में निवेश करना फायदे का सौदा है. मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी के एसोसिएट डायरेक्टर व फंड मैनेजर मनीष सोंथलिया ने आईपीओ को निवेश करने के लिए बेहतर ऑप्शन बताया है.