
भारत पर 50% टैरिफ लगाकर मेक्सिको की राष्ट्रपति चर्चा में आ गईं हैं। (PC: Facebook/Claudia Sheinbaum)
Claudia Sheinbaum India tariff decision: अमेरिका की राह पर चलते हुए मेक्सिको ने भी भारत पर 50% टैरिफ (Mexico Slaps 50% Tariffs On India) का ऐलान किया है। पिछले साल देश की कमान संभालने वालीं क्लाउडिया शीनबाम के इस फैसले का भारत पर बड़ा असर पड़ने की आशंका है। क्लाउडिया मेक्सिको की पहली महिला राष्ट्रपति हैं। भारत पर टैरिफ के उनके इस फैसले को साहसिक करार दिया जा रहा है। क्योंकि भारत जैसे तेजी से उभरते देश के साथ कोई सीधा टकराव नहीं चाहता। डोनाल्ड ट्रंप को भी अपने 'घर' में भारत पर टैरिफ का विरोध झेलना पड़ रहा है।
क्लाउडिया शीनबाम काफी पढ़ी-लिखीं राजनेता हैं। सियासत में कदम रखने से पहले वह विज्ञान की दुनिया में मेक्सिको के बेहतर भविष्य की संभावनाएं तलाश रही थीं। नेशनल ऑटोनॉमस यूनिवर्सिटी ऑफ मेक्सिको (UNAM) से एनर्जी और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद वह अमेरिका चली गईं। यहां लॉरेंस बर्कले नेशनल लेबोरेटरी से उन्होंने अपना डॉक्टरेट रिसर्च किया। इसके बाद वह UNAM में प्रोफेसर बन गईं। इस दौरान वह राजनीति से भी किसी न किसी रूप में जुड़ी रहीं।
साल 2000 में उन्हें मेक्सिको सिटी में पर्यावरण संरक्षण के लिए बड़ी जिम्मेदारी मिली और उनके राजनीतिक संबंध मजबूत होते चले गए। 2007 में संयुक्त राष्ट्र जलवायु वैज्ञानिकों के जिस पैनल को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया, क्लाउडिया शीनबाम उसका हिस्सा थीं। 2015 में उन्हें Tlalpan जिले का मेयर चुना गया। इस दौरान उनके कामकाज को लेकर काफी आलोचना हुई। 2018 में उनके जीवन में तब बड़ा बदलाव आया जब उन्हें मेक्सिको सिटी का मेयर नियुक्त किया गया। इस पद पर पहुंचने वालीं वह पहली महिला और यहूदी समुदाय की सदस्य थीं।
मेक्सिको सिटी मेयर के रूप में क्लाउडिया शीनबाम ने कई ऐसे काम किए, जिससे उन्हें पहचान मिली। उन्होंने पब्लिक ट्रांसपोर्ट को दुरुस्त किया, पर्यावरण संरक्षण की मुहिम छेड़ी। बारिश का पानी इकट्ठा करने के सिस्टम को बेहतर बनाया, पौधारोपण पर जोर दिया और शहर के सबवे सिस्टम को ठीक करने के लिए योजनाएं बनाईं। साथ ही ट्रेनों को मॉर्डन बनाने और मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश किया। 12 जून, 2023 को उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए मेयर पद से इस्तीफे का ऐलान किया। पिछले साल (2024) हुए राष्ट्रपति चुनाव में MORENA पार्टी की उम्मीदवार क्लाउडिया शीनबाम ने बड़ी जीत हासिल की और उन्हें देश का राष्ट्रपति चुना गया।
भारत पर टैरिफ लगाने से पहले क्लाउडिया शीनबाम पिछले महीने उस समय चर्चा में आईं जब बीच सड़क पर उनके साथ एक शख्स ने बदसलूकी का प्रयास किया। एक नशेड़ी ने राष्ट्रपति को उस समय गलत तरह से छूने की कोशिश की, जब वह लोगों से बात कर रही थीं। राजधानी मेक्सिको सिटी की इस घटना ने देश में महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए। जनता के साथ संवाद बढ़ाने के लिए क्लाउडिया अक्सर लोगों के बीच जाकर उनसे बातचीत करती हैं। इसी दौरान, एक शख्स उनके करीब पहुंचा और 'किस' करने की कोशिश की। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उसे तुरंत पकड़ लिया।
मेक्सिको पर सख्त नजर आने वाले डोनाल्ड ट्रंप भी क्लाउडिया शीनबाम की तारीफ कर चुके हैं। इसी साल मार्च में ट्रंप ने क्लाउडिया को 'टफ' लेडी करार देते हुए उनकी लीडरशिप की तारीफ की थी। मेक्सिको के राष्ट्रपति के तौर पर जब क्लाउडिया ने सत्ता संभाली तो ट्रंप के साथ रिश्ते सुधारने को लेकर उनकी क्षमता पर शक जाहिर किया गया। आलोचकों ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप, क्लाउडिया शीनबाम को गंभीरता से नहीं लेंगे। हालांकि, उन्होंने अपनी रणनीतियों से ट्रंप का गुस्सा कम कर दिखाया। फरवरी में उन्होंने 29 टॉप ड्रग कार्टेल सदस्यों को अमेरिका को सौंपा। इससे अमेरिका को यह संदेश दिया कि वह संगठित अपराध खत्म करने और सुरक्षा के मुद्दे पर यूएस के साथ सहयोग को तैयार हैं। इसके अलावा, उन्होंने माइग्रेशन पर ट्रंप की चिंताओं को भी दूर करने का प्रयास किया।
भारत पर 50% टैरिफ लगाकर क्लाउडिया शीनबाम ने एक तरह से डोनाल्ड ट्रंप को खुश करने की कोशिश की है। क्लाउडिया शीनबाम के पास कितनी दौलत है, उसका कोई सटीक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। हालांकि, माना जाता है कि साइंटिफिक रिसर्च और पॉलिटिक्स में अपने लंबे करियर की वजह से उन्होंने काफी दौलत कमाई है। Theceoviews की रिपोर्ट के अनुसार, क्लाउडिया की नेटवर्थ 10 मिलियन डॉलर के आसपास हो सकती है। मेक्सिको सिटी मेयर के तौर पर उन्हें सालाना 67,903 डॉलर सैलरी मिलती थी और राष्ट्रपति के रूप में उनकी सैलरी 200,000 डॉलर है।
Updated on:
13 Dec 2025 03:06 pm
Published on:
13 Dec 2025 01:14 pm
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