
Microsoft Layoff: टेक और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में बड़े पैमाने पर छंटनी की लहर ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं। माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने अपने 6,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का ऐलान किया है, जो 2023 के बाद कंपनी की सबसे बड़ी छंटनी है। यह कदम कंपनी के संगठनात्मक बदलाव और AI में भारी निवेश (Investment) के बीच लागत नियंत्रण की रणनीति का हिस्सा है। दूसरी ओर, जापानी ऑटोमोबाइल दिग्गज निसान (Nissan Motor) मोटर कंपनी ने भी 11,000 से अधिक कर्मचारियों (Employee) की छंटनी और सात कारखानों को बंद करने की घोषणा की है, जो वैश्विक कार्यबल का 15% है। यह लेख इन छंटनियों के पीछे की वजहों, प्रभावित क्षेत्रों और उद्योगों पर इसके असर की गहराई से पड़ताल करता है।
माइक्रोसॉफ्ट ने इस छंटनी को "संगठनात्मक बदलाव" का हिस्सा बताया है, जिसका मकसद कंपनी को "बाजार की गतिशीलता में सफलता के लिए बेहतर स्थिति में लाना" है। कंपनी के प्रवक्ता के अनुसार, इस कदम का उद्देश्य प्रबंधन की परतों को कम करना और कार्यक्षमता बढ़ाना है। माइक्रोसॉफ्ट की मुख्य वित्तीय अधिकारी एमी हूड ने हाल ही में एक कमाई कॉल में संकेत दिया था कि कंपनी "कम प्रबंधकों के साथ अधिक चुस्त और उच्च प्रदर्शन वाली टीमें" बनाने पर ध्यान दे रही है।
दिलचस्प बात यह है कि माइक्रोसॉफ्ट इस समय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में भारी निवेश कर रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी इस साल AI से जुड़े बुनियादी ढांचे और डेटा सेंटरों पर 80 अरब डॉलर तक खर्च कर सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि AI और क्लाउड सेवाओं में बढ़ते निवेश के बीच लागत को नियंत्रित करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट ने यह कदम उठाया है। हालांकि, ग्लासडोर के प्रमुख अर्थशास्त्री डैनियल झाओ का कहना है कि ये छंटनी AI द्वारा प्रबंधकों को सीधे तौर पर प्रतिस्थापित करने से जुड़ी नहीं हैं। इसके बजाय, यह तेजी से बढ़ने वाली कंपनियों में प्रबंधन की अतिरिक्त परतों को हटाने की रणनीति का हिस्सा है।
यह छंटनी माइक्रोसॉफ्ट के सभी स्तरों, विभागों और भौगोलिक क्षेत्रों को प्रभावित कर रही है। इसमें कंपनी के स्वामित्व वाली लिंक्डइन और Xbox जैसे डिवीजन भी शामिल हैं। वाशिंगटन राज्य में माइक्रोसॉफ्ट के रेडमंड मुख्यालय से जुड़े 1,985 कर्मचारी प्रभावित हुए हैं, जिनमें 1,510 ऑफिस में काम करने वाले और 475 रिमोट कर्मचारी हैं। कंपनी के डेवलपर समुदाय के उपाध्यक्ष स्कॉट हैंसलमैन ने लिंक्डइन पर इस छंटनी को "आंसुओं भरा दिन" करार दिया। उन्होंने लिखा, "यह पहली बार है जब मुझे उन व्यावसायिक लक्ष्यों के लिए लोगों को निकालना पड़ा, जो मेरे अपने नहीं हैं। ये लोग सपनों और किराए के साथ हैं, और मैं चाहता हूं कि वे ठीक रहें।"
हैरानी की बात यह है कि यह छंटनी तब हुई है, जब माइक्रोसॉफ्ट ने हाल ही में शानदार वित्तीय नतीजे दर्ज किए हैं। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी ने 70.1 अरब डॉलर का राजस्व और 25.8 अरब डॉलर का शुद्ध लाभ कमाया, जो वॉल स्ट्रीट की उम्मीदों से बेहतर था। विशेष रूप से, माइक्रोसॉफ्ट की क्लाउड कंप्यूटिंग सेवा Azure ने AI-संबंधित क्षेत्रों में अपेक्षा से बेहतर प्रदर्शन किया। फिर भी, कंपनी लागत को कम करने और AI जैसे रणनीतिक क्षेत्रों में निवेश को प्राथमिकता देने के लिए यह कदम उठा रही है।
माइक्रोसॉफ्ट अकेली कंपनी नहीं है जो इस तरह की छंटनी कर रही है। गूगल, मेटा, और अमेजन जैसी टेक दिग्गज भी पिछले दो सालों में हजारों कर्मचारियों को निकाल चुकी हैं। इस साल अब तक 126 कंपनियों ने 53,000 से अधिक टेक कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है। यह कटौती उस आक्रामक भर्ती के बाद की जा रही है, जो महामारी के शुरुआती वर्षों में हुई थी।
जापानी ऑटोमोबाइल दिग्गज निसान मोटर कंपनी ने अपने वैश्विक परिचालन में व्यापक बदलाव की घोषणा की है। कंपनी ने 11,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी और सात कारखानों को बंद करने का फैसला किया है। यह कदम पिछले साल नवंबर में घोषित 9,000 नौकरियों की कटौती के अतिरिक्त है, जिसके साथ कुल छंटनी 20,000 कर्मचारियों तक पहुंच जाएगी, जो कंपनी के वैश्विक कार्यबल का लगभग 15% है। यह निर्णय निसान के वित्तीय संकट और प्रमुख बाजारों में बिक्री में गिरावट के बीच लिया गया है।
Updated on:
14 May 2025 04:25 pm
Published on:
14 May 2025 01:28 pm
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