ये भी पढ़ें: भारत में लॉकडाउन नहीं होता तो अब तक 10 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके होते- नीति आयोग
रेटिंग एजेंसी से डरने की जरूरत नहीं
पत्रिका कीनोट सलोन में बिजनेस के वरिष्ठ पत्रकार मनीष रंजन के सवाल पर जवाब देते हुए अमिताभ कांत ने कहा कि इस वैश्विक आपदा से दुनिया भर में चीन का दबदबा घटेगा। भारत के लिए यह किसी अवसर से कम नहीं है। भारत को मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट का हब बनाना होगा। उन्होंने कहा कि रेटिंग एजेंसी से डरने की जरूरत नहीं है। हमें उन्हें बताना है कि अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए भारत सरकार मिडियम टर्म प्लान पर तेजी से काम कर रही है। इस साल नहीं तो अगले साल हम 7.5% विकास दर जरूर हासिल करेंगे।
अमिताभ कांत ने कहा कि इस दौर में बैंकों को कर्ज देने के लिए आगे आना होगा। बैंक अपने पैसों को कैसे-कैसे लैंड करे उसे स्ट्रैटजी बनानी पड़ेगी।अमिताभ कांत ने भरोसा जताया कि आने वाले समय में भारत दुनिया में निश्चित तौर पर एक सशक्त राष्ट्र के तौर पर उभरेगा।