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PSU Stocks: मार्च के लो से 26% चढ़ चुका है पीएसयू इंडेक्स, आकर्षक वैल्यूएशन से बढ़ी उम्मीदें, जानें एक्सपर्ट्स की राय

PSU Share News: डोमेस्टिक डिमांड और सरकार के पूंजीगत व्यय में ग्रोथ से वित्त वर्ष 2026 और 2027 में कॉर्पोरेट आय में सुधार की उम्मीद है। इससे सरकारी कंपनियों को फायदा होगा।

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भारत

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Pawan Jayaswal

Jul 21, 2025

PSU Share News

सरकारी शेयरों में रिकवरी शुरू हो गई है। (PC: Pixabay)

सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSU) के शेयरों में चमक पिछले एक साल में फीकी पड़ी है। 63 शेयरों वाला बीएसई पीएसयू इंडेक्स पिछले एक साल में करीब 12% गिरा है। जबकि इस दौरान सेंसेक्स ने 1.5% की मामूली बढ़त दर्ज की है। इस गिरावट से निवेशकों को 10 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है, जिससे पीएसयू स्टॉक्स का मार्केट कैप 64 लाख करोड़ रुपए रह गया है। मुनाफावसूली के चलते निवेशकों ने पीएसयू स्टॉक्स से दूरी बनाना शुरू किया, जिससे इनमें गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, इस साल के मार्च लो से अब तक बीएसई पीएसयू इंडेक्स 26% चढ़ चुका है। इस दौरान डिफेंस और पीएसयू बैंक स्टॉक्स में बड़ी तेजी आई।

वापसी करेंगे PSU शेयर

लेकिन अब सरकार की नीतियों और रिफॉर्म्स के कारण मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इनमें वापसी की पूरी क्षमता है। हालिया गिरावट के बावजूद बाजार में पीएसयू शेयरों के भविष्य को लेकर आशावाद बना हुआ है। घरेलू मांग और सरकार के पूंजीगत व्यय में वृद्धि से वित्त वर्ष 2026 और 2027 में कॉर्पोरेट आय में सुधार की उम्मीद है। इसके अलावा, कई पीएसयू शेयरों की वैल्यूएशन अब अधिक आकर्षक दिख रही है। ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल का मानना है कि पीएसयू स्टॉक्स अब अंडरपरफॉर्मर नहीं रहे और इनमें गिरावट स्थायी नहीं है।

वापसी की उम्मीदें क्यों कायम?

  1. कॉर्पोरेट आय में सुधार की उम्मीद: एक्सपर्ट्स के अनुसार, घरेलू मांग और सरकार के पूंजीगत व्यय में वृद्धि से वित्त वर्ष 2026 और 2027 में कॉर्पोरेट आय में सुधार की उम्मीद है। बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और बीमा के साथ तेल और गैस सेक्टर में स्थिर आय रह सकता है।
  2. आकर्षक मूल्यांकन: भले ही आरवीएनएल, बीईएमएल, भारत डायनेमिक्स जैसे शेयर 60-190 गुना पीई पर हैं, पर पूरे इंडेक्स का पी/ई अभी 12.5 गुना पर है, जो कई विश्लेषकों को सस्ता लग रहा है। साथ ही प्रति शेयर आय (ईपीएस) 1580 रुपए है।
  3. मजबूत ऑर्डर बुक: बुनियादी ढांचे, पूंजीगत वस्तुओं और रक्षा से जुड़े पीएसयू को मजबूत ऑर्डर बुक, बेहतर निष्पादन और 'मेक इन इंडिया' से फायदा होने की उम्मीद है।