
रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर रघुराम राजन ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद सुब्रह्मण्यम् स्वामी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देने से इनकार करते हुए कहा कि ऐसा करना उनके आरोपों को अस्तित्व प्रदान करना होगा।
राजन ने एक निजी टेलीविजन चैनल को दिए साक्षात्कार में स्वामी के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर कहा, 'कुछ आरोप इस कदर झूठे और आधारहीन हैं कि उन पर कुछ कहना उन्हें वह अस्तित्व प्रदान करना होगा जिसके वे हकदार नहीं हैं।' उन्होंने कहा कि वह उनकी 'नीतियों की ईमानदार आलोचना का स्वागत करते हैं, लेकिन व्यक्तिगत आक्षेपों को तवज्जो नहीं देंगे।'
भाजपा सांसद ने प्रधानमंत्री को दो बार पत्र लिखकर राजन की मानसिकता भारतीय नहीं होने तथा उनके द्वारा देश की संवेदनशील वित्तीय सूचना विदेशों को सौंपे जाने के आरोप लगाते हुए उन्हें तत्काल आरबीआई गवर्नर पद से हटाने की मांग की है। स्वामी ने आरोपों का यह सिलसिला राजन के पहले कार्याकाल समाप्त होने से कुछ महीने पहले शुरू किया है। उनका कार्यकाल 03 सितंबर को समाप्त हो रहा है।
दूसरे कार्यकाल के बारे में पूछे जाने पर राजन ने कहा, 'मैं दूसरे कार्यकाल पर प्रतिक्रिया नहीं दूंगा। आपने मेरे भाषण देखे हैं। मेरा अंतिम मुकाम विचारों की दुनिया में है।' अमेरिकी ग्रीन कार्ड के बारे में उन्होंने कहा कि भारतीयता और राष्ट्रप्रेम जटिल बातें हैं। देश के प्रति सम्मान दिखाने का हर व्यक्ति का तरीका अलग होता है। मेरी सास कहती है कि कर्मयोग इसका तरीका है, अपना काम करते रहो। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद सीमाओं में बांधने वाला विचार नहीं हो सकता। राजन ने कहा कि उनके और वित्त मंत्री अरुण जेटली के बीच काम को लेकर मजबूत रिश्ते हैं। उन्होंने कहा 'आपको संभवत: आश्चर्य हो सकता है, लेकिन हमारे बीच कभी किसी मुद्दे पर बड़ी असहमति नहीं रही है।'
Published on:
08 Jun 2016 10:14 pm
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