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Success Story: 1,500 करोड़ का बिजनेस, फिर भी रात में चलाते हैं टैक्सी, चौंका देगी 86 साल के इस बुजुर्ग की कहानी

Success Story: नव शाह की मुलाकात जिस व्यक्ति से हुई, उनके फिजी में कई कारोबार हैं। इनमें 13 ज्वेलरी स्टोर, 6 रेस्टोरेंट, एक लोकल न्यूज पेपर फिजी टाइम्स, चार सुपरमार्केट और एक होलसेल-रिटेलर इत्र का बिजनेस शामिल है।

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Success Story

अरबों का कारोबार फिर भी टैक्सी चलाता है यह व्यक्ति (PC: Pexels)

Success Story: हर किसी के लिए सफलता के मायने अलग-अलग होते हैं, किसी के लिए पैसा, शोहरत और सुख-सुविधाओं को जमा करना कामयाबी होती है, तो किसी के लिए मानवता के लिए की गई थोड़ी सी भलाई ही उनकी कामयाबी का पैमाना बन जाता है। एक भारतीय आंत्रप्रेन्योर नव शाह ने फिजी में अपनी यात्रा के दौरान अपनी जिंदगी का अहम सबक सीखा। वो जिस उबर टैक्सी में सफर कर रहे थे, उसे एक 86 साल के बुजुर्ग चला रहे थे। ये बुजुर्ग वास्तव में एक मल्टीमिलियनेयर बिजनेस के मालिक हैं, जिसका सालाना टर्नओवर 175 मिलियन डॉलर (1,540 करोड़ रुपये) है।

टैक्सी ड्राइवर के पास निकला अरबों का कारोबार

भारतीय आंत्रप्रेन्योर नव शाह ने सफर के दौरान बातचीत शुरू की, उन्होंने पूछा कि वो टैक्सी चलाकर अपना गुजारा कैसे करते हैं। इस पर टैक्सी चला रहे बुजुर्ग ने बताया कि वह एक अच्छा खासा बिजनेस चलाते हैं। जब उन्होंने अपने बिजनेस के बारे में बताया तो नव शाह दंग रह गए। उन्होंने बताया कि उनके परिवार के फिजी में कई कारोबार हैं, जिनमें 13 ज्वेलरी स्टोर, 6 रेस्टोरेंट, एक लोकल न्यूज पेपर फिजी टाइम्स, चार सुपरमार्केट और एक होलसेल-रिटेलर इत्र का बिजनेस शामिल है।

जब शाह ने इतने विशाल साम्राज्य की शुरुआत के बारे में पूछा, तो बुजुर्ग ड्राइवर ने बताया कि उनके पिता ने 1929 में सिर्फ पांच पाउंड के साथ इसकी शुरुआत की थी, वो भारत से फिजी आए थे और एक कंपनी के लिए काम करते थे, जहां उनको 15 पाउंड सालाना सैलरी मिलती थी। उसमें से उन्होंने 5 पाउंड बचाए और ये बिजनेस शुरू किया और एक ऐसी विरासत बनाई जो तब से पीढ़ियों तक फलती-फूलती रही है।

बिजनेस के साथ ही चलाते हैं उबर टैक्सी

ड्राइवर ने बताया कि वो बिजनेस संभालने के अलावा उबर चलाते हैं और इससे जो कमाई होती है वो समाज की नेकी में लगाते हैं। उन्होंने बताया कि वो उबर से कमाई गई पूरी रकम दान कर देते हैं। वो पिछले एक दशक से हर साल चौबीस लड़कियों की शिक्षा का खर्च उठा रहे हैं। वो ऐसा क्यों कर रहे हैं इसके बारे में उन्होंने बताया कि उनकी अपनी तीन बेटियां हैं, सभी पढ़ी लिखी हैं और अपने अपने क्षेत्र में बहुत अच्छा काम कर रही हैं, अच्छी पोजीशन पर हैं। उनकी बेटियों की कामयाबी ने उन्हें इस बात के लिए प्रेरित किया कि वो बाकी लड़कियों के लिए भी कुछ ऐसा करें कि वो भी जीवन में कामयाब हो सकें।

उनकी सोच बिल्कुल सरल और सीधी थी कि अपनी सफलता का इस्तेमाल दूसरों के उत्थान के लिए किया जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा लड़कियां अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा कर सकें और बेहतर भविष्य बना सकें। उन्होंने युवाओं को संदेश दिया कि अगर वो जीवन में कुछ करना चाहते हैं, तो सबसे पहले उन्हें खुद के लिए सच्चा और ईमानदार रहना होगा, क्योंकि तभी आप दूसरों के लिए ईमानदार रह सकेंगे।

सोशल मीडिया पर शेयर किया वीडियो

बुजुर्ग ड्राइवर के साथ हुई बातचीत से नव शाह काफी प्रभावित हुए, उन्होंने इसका एक पूरा वीडियो बनाया और इसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर भी किया। जिसमें वो लिखते हैं कि सफलता वास्तव में धन या प्रसिद्धि में नहीं, बल्कि उदारता और करुणा में होती है। उन्होंने कहा कि ड्राइवर की विनम्रता और उद्देश्यपूर्ण जीवन हमें याद दिलाता है कि असली उपलब्धि इस बात से मापी जाती है कि कोई व्यक्ति कितने लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।