
SWP सही मायने में ये शुद्ध रूप से लीवरेज और कंपाउंडिंग का खेल है. हालांकि इसमें कुछ जोखिम भी शामिल होता है. (PC: Canva)
आज की तारीख में अगर आपके पास 1 करोड़ रुपये हैं, तो आप क्या करेंगे, इस पूरे 1 करोड़ रुपये से आप एक घर ले लेंगे, तो इससे क्या होगा. घर पूरी तरह से आपका हो जाएगा. ज्यादातर लोग यही करेंगे, लेकिन इसका नुकसान ये है कि सारा पैसा एक असेट क्लास में ही फंस कर रह जाएगा, आगे निवेश की गुंजाइश ही खत्म हो जाएगी. इसलिए जरूरी है कि पैसे को अलग अलग एसेट क्लास में डालकर ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाया जाए.
फाइनेंशियल प्लानिंग की दुनिया में अगर पैसे को सही तरीके से काम पर लगाया जाए तो आप न सिर्फ अपना घर खरीद सकेंगे, बल्कि लॉन्ग टर्म में रिटायरमेंट के लिए एक मोटा फंड भी जमा कर सकते हैं. सीधा-सीधा ये समझ लीजिए कि अगर मैं आपसे कहूं कि इस 1 करोड़ रुपये से आप घर भी ले लेंगे फिर भी आपके अकाउंट में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा बच जाएंगे, तो आप यकीन करेंगे.
बिल्कुल, ये हो सकता है, SWP के मैजिक से. SWP यानी कि सिस्टमैटिक विद्ड्रॉल प्लान. जिस तरह से SIP के जरिये हम म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते हैं और हर महीने पैसे डालते हैं, उसके ठीक उलट SWP में हर महीने पैसे निकालते हैं. अब देखिए SWP से कैसे आप अपना 1 करोड़ रुपये का घर भी ले लेंगे और रिटायरमेंट के लिए करीब सवा करोड़ रुपये जमा भी कर लेंगे.
देखिए, आप घर को पूरे 1 करोड़ रुपये देकर खरीदने की बजाय, 20 लाख रुपये की डाउन पेमेंट करेंगे और बाकी 80 लाख रुपये का लोन लेंगे. मान लेते हैं कि आपने 8% की दर से 20 साल के लिए होम लोन लिया है. जिसकी EMI बनेगी 66,915 रुपये, इसको आसान करने के लिए हम 67,000 रुपये मान लेते हैं.
घर की कीमत: 1 करोड़ रुपये
डाउन पेमेंट: 20 लाख रुपये
होम लोन राशि: 80 लाख
होम लोन की दर: 8% सालाना
लोन की अवधि: 20 साल
EMI: 66,915 रुपये
आपने 20 लाख रुपये का डाउन पेमेंट किया है, तो बाकी 80 लाख रुपये को आप म्यूचुअल फंड्स में एकमुश्त निवेश करेंगे. इसके बाद आप SWP शुरू करेंगे और 67,000 रुपये की मंथली EMI को इसी SWP से पूरा करते जाएंगे. यानी आपको अपनी जेब से कुछ नहीं देना है, SWP आपकी EMI भरती रहेगी, वो भी अगले 20 साल तक.
SWP में आप देखेंगे कि आपने जो 80 लाख रुपये निवेश किए हैं, उस पर 12% का औसत रिटर्न मानकर चलें तो 20 साल तक 67,000 रुपये की EMI चुकाने के बाद भी आपके पास 1.61 करोड़ रुपये होंगे. तो आप समझे, घर भी आपका हो गया और आपके पास 1.61 करोड़ रुपये अब भी बचे हैं, जिसका इस्तेमाल आप अपनी रिटायरमेंट लाइफ को इंजॉय करने में कर सकते हैं या फिर दुनिया घूम सकते हैं.
मैंने ऊपर कहा कि SWP जादू है, लेकिन सही मायने में ये शुद्ध रूप से लीवरेज और कंपाउंडिंग का खेल है. हालांकि इसमें कुछ जोखिम भी शामिल होता है. म्यूचुअल फंड में रिटर्न फिक्स्ड नहीं होता है, इसमें मार्केट रिस्क शामिल होता है, इसलिए 12% का रिटर्न औसत लेकर चलते हैं. ये रिटर्न कम या ज्यादा भी हो सकता है, जो कि मार्केट पर निर्भर करता है. आपको फायदा तभी होगा जब आपका SWP रिटर्न आपके होम लोन की ब्याज दर से ज्यादा होगा. मतलब अगर होम लोन भी 8% पर है और रिटर्न भी 8% है तो अंत में आपके पास कुछ नहीं बचेगा, हो सकता है कि फंड की कमी भी पड़ जाए. अगर ये 12% से ऊपर रहा तो आपके खाते में 1.61 करोड़ से भी ज्यादा की रकम आएगी. सबकुछ मार्केट परफॉर्मेंस पर निर्भर करता है. इसलिए इस बात को भी हमेशा ध्यान रखना चाहिए.
ये कोई निवेश सलाह नहीं, आप कोई भी फाइनेंशियल प्लानिंग अपने वित्तीय सलाहकार से राय मशवरा करके ही करें. ये सिर्फ आपकी जागरुकता बढ़ाने के लिए लिखा गया है.
Published on:
16 Dec 2025 02:14 pm
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