
शेयर बाजार में आज भारी तेजी देखने को मिली है। (PC: Gemini)
Why Share Market Rise Today: भारतीय शेयर बाजार में आज बुधवार को भारी तेजी देखी जा रही है। बुधवार दोपहर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक सेंसेक्स 0.87 फीसदी या 736 अंक की उछाल के साथ 84,603 पर ट्रेड करता दिखाई दिया। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी इस समय 0.85 फीसदी या 217 अंक की उछाल के साथ 25,912 पर ट्रेड करता दिखाई दिया। लगातार तीसरे दिन आज बाजार में तेजी देखने को मिली। आज सबसे अधिक खरीदारी आईटी, ऑटो, मीडिया, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, ऑयल एंड गैस और फाइनेंशियल शेयरों में देखी जा रही है। आइए जानते हैं कि आज बाजार में आई इस तेजी के पीछे क्या कारण हैं।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अगले कुछ दिनों में इंडिया-यूएस ट्रेड डील हो सकती है। इससे घरेलू बाजार में निवेशकों का सेंटीमेंट पॉजिटिव हुआ है। मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत पर लगाए गए टैरिफ “काफी हद तक” घटाए जाएंगे। यह बयान अमेरिका-भारत के बीच चल रहे व्यापार तनाव के कम होने का संकेत देता है। अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर लगाए गए टैरिफ के चलते इस साल जून से भारतीय शेयर बाजार सीमित दायरे में ट्रेड कर रहा था। वर्तमान में, अमेरिका भारतीय आयात पर 50% टैरिफ लगाता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि यदि डील होती है, तो टैरिफ 15-16% तक घट सकता है, जिससे वस्त्र, रत्न-आभूषण जैसे प्रभावित सेक्टर्स को बड़ा फायदा होगा और बाजार की धारणा भी मजबूत होगी।
ऐसी उम्मीद है कि अमेरिकी सरकार का शटडाउन, जो इतिहास में सबसे लंबा है, जल्द ही खत्म हो सकता है। क्योंकि सीनेट ने सोमवार को सरकार को फिर से खोलने का विधेयक पारित किया है। सरकार के फिर से खुलने से आर्थिक आंकड़े जारी हो सकेंगे, जिससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था की स्थिति पर स्पष्टता मिलेगी और फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति को लेकर उम्मीदें तय होंगी। बाजार को उम्मीद है कि अमेरिकी सरकार के दोबारा खुलने से दिसंबर में फेड की ब्याज दर कटौती की संभावना को बल मिलेगा।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में वोटिंग पूरी हो चुकी है और अधिकांश एग्जिट पोल के अनुसार NDA के सत्ता में बने रहने की संभावना है। हालांकि, परिणामों का भारतीय बाजार पर लॉन्ग टर्म असर नहीं होगा, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यदि एनडीए हारता है, तो इसका शॉर्ट टर्म में निगेटिव असर बाजार पर पड़ सकता है। जियोजित इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वी के वियकुमार के अनुसार, एनडीए की निर्णायक जीत मार्केट सेंटीमेंट के लिए सकारात्मक होगी, जबकि कमजोर प्रदर्शन से नकारात्मक असर पड़ेगा।
भारत की मजबूत ग्रोथ और महंगाई की बेहतर स्थिति ने बाजार की भावना को मजबूती दी है। इसने वैश्विक चुनौतियों और एफपीआई आउटफ्लो के बावजूद बाजार को बड़ी गिरावट से बचाए रखा है। ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Goldman Sachs ने अक्टूबर 2024 की अपनी डाउनग्रेड रिपोर्ट को पलटते हुए भारतीय शेयर बाजार की रेटिंग ओवरवेट कर दी है। ब्रोकरेज का कहना है कि मजबूत होती आय वृद्धि और पॉलिसी सपोर्ट भारतीय अर्थव्यवस्था को गति दे रहे हैं।
दूसरी तिमाही के भारतीय कंपनियों ने नतीजे अच्छे रहे हैं। इन नतीजों में कोई बड़ी निगेटिव सरप्राइज नहीं रही। यह बाजार के लिए सकारात्मक संकेत है। विशेषज्ञों का मानना है कि तीसरी तिमाही (Q3) से परिणाम और बेहतर होंगे और बाजार पहले से ही इसे डिस्काउंट कर रहा है, क्योंकि सितंबर से अब तक निफ्टी 50 में लगातार बढ़त रही है। Marcellus Investment Managers के हेड ऑफ ग्लोबल इक्विटीज अरिंदम मंडल के अनुसार, भारतीय शेयर बाजार के लिए सबसे बुरा दौर अब बीत चुका है। उन्होंने कहा कि भले ही स्मॉल और मिडकैप स्टॉक्स के वैल्यूएशन थोड़े महंगे दिख रहे हों, लेकिन लार्जकैप वैल्यूएशन अब दीर्घकालिक औसत के करीब हैं और अर्निंग्स रिवीजन अब स्टेबल हो चुके हैं।
Published on:
12 Nov 2025 02:29 pm
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