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2 मिनट में Maruti Gypsy एक-एक पार्ट खोल कर फिर कर दिया असेंबल! BSF के जवानों का हुनर देख हैरान हुएं सभी

सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने एक ड्रिल के दौरान दो मिनट से भी कम समय में Maruti Gypsy एसयूवी को पूरी तरह से खोलकर, फिर से असेंबल कर दिया। ये अभ्यास इसलिए किया जाता है ताकि दुर्गम इलाकों में गस्त के दौरान अचानक रास्ते में आने वाले किसी भी तरह की बाधा (पत्थर) इत्यादि आने पर तत्काल वाहन को डिस्मेंटल कर इससे पार किया जा सके।

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Maruti Gyspy dismantle reassemble by BSF Soldiers

सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें राजस्थान में जवानों को 'चेतक ड्रिल' करते हुए दिखाया गया है। इस अभ्यास के दौरान बीएसएफ के 8 जवान दो मिनट से भी कम समय में Maruti Suzuki Gypsy को डिस्मेंटल कर दोबारा से उसे असेंबल कर देते हैं। जवानों के इस हैरतंगेज कारनामे को वीडियो के माध्यम से साझा किया गया है, जिसकी चहूंओर सराहना हो रही है। ये वीडियो बीएसएफ के एक कार्यक्रम का है और इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थें।

इस कार्यक्रम के दौरान ड्रिल करते हुए सीमा सुरक्षा बल जवानों के सामने कुछ पत्थर आ जाते हैं, जिसके बाद Gypsy पे सवार वाहन से उतार जाते हैं। वाहन से नीचे उतरकर जवान फटाफट जिप्सी को डिस्मेंटल (एक-एक पार्ट अलग करना) शुरू कर देते हैं, और फिर वाहन के चेचिस को उठाकर पत्थर पार करने के बाद दुबारा असेंबल कर देते हैं। दिलचस्प बात ये है कि इस पूरी प्रक्रिया में उन्हें महज 1 मिनट 57 सेकेंड का समय लगता है।

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अगर इस पूरी प्रक्रिया को समझें तो सैनिक SUV के बोनट और दरवाजों को हटाना शुरू करते हैं जबकि अन्य जवान हुड के नीचे रखे इंजन को हटाते हैं। इसके बाद जिप्सी के फ्रेम को हटाया जाता है और पांच सैनिक चेसिस, पहियों और एक्सल को पीछे छोड़ते हुए इंजन और गियरबॉक्स असेंबली को उठाते हैं। इसके बाद, वे धुरों और पहियों से चेसिस को हटाने के लिए आगे बढ़ते हैं। अब डिस्मेंटल किए गए सभी पार्ट्स को बोल्डर बाधा के पार ले जाया जाता है।

इसके बाद, सैनिक जिप्सी के पुर्जों को असेंबल करना शुरू करते हैं, जो पहियों, चेसिस और एक्सल से शुरू होता है। इंजन और गियरबॉक्स को इंस्टॉल किया जाता है, और फिर उसके ऊपर वाहन की बॉडी लगाई जाती है। इसके बाद वे एसयूवी के बोनट और दरवाजों को अपनी जगह पर लगाते हैं, जिप्सी को दो मिनट, एक मिनट और 57 सेकंड से भी कम समय में डिस्मेंटल करने और फिर से जोड़ने की पूरी प्रक्रिया सम्पन्न कर ली जाती है।

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बता दें कि, Maruti Gypsy का इस्तेमाल लाइट मोटर व्हीकल के तौर पर सेना द्वारा किया जाता है। दुर्गम और संकरे रास्तों, या फिर चढ़ाई वाले इलाकों में भी ये एसयूवी बेहतर परफॉर्मेंस के लिए जानी जाती है। चेतक ड्रिल भारतीय सैनिकों की बहादुरी, लचीलेपन और संकट की स्थितियों से निपटने के लिए तैयारियों का प्रदर्शन है, यहां तक कि दुर्गम इलाकों में भी।


हालांकि उनके मिशन के दौरान मजबूत वाहनों द्वारा उनकी सहायता की जाती है, कभी-कभी इन ऊबड़-खाबड़ चौपहिया वाहनों को भी इन इलाकों में नेविगेट करना मुश्किल हो जाता है, खासकर प्राकृतिक आपदाओं के दौरान। ऐसे परिदृश्य में, रक्षा कर्मियों की जानकारी, कौशल और वाहन को विघटित करने का दृढ़ संकल्प, कंपोनेंट्स को बाधा के पार ले जाना और फिर कुछ ही मिनटों में वाहन को फिर से जोड़ना, एक मिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।