25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Nitrogen Air: टायर्स के लिए क्यों वरदान है नाइट्रोजन एयर, 90% कम होता है टायर्स के ब्लास्ट होने का खतरा

Benefits of Nitrogen Air: नार्मल हवा की तुलना में नाइट्रोजन हवा ज्यादा ठंडी होती है। जिसकी वजह से टायर्स हर मौसम में बेहतर परफॉर्म करते हैं, इतना ही नहीं ड्राइव करने में सुविधा रहती है और टायर्स की लाइफ भी बेहतर बनती है।

2 min read
Google source verification
nitrogen_air.jpg

Nitrogen Air

Nitrogen Air: वाहनों में टायर्स की अहम् भूमिका होती है। अगर आप अपनी गाड़ी को एक दम दुरुस्त रखना चाहते हैं तो सर्विस के साथ टायर्स पर भी पूरा फोकस करें। अक्सर लोग टायर्स को नज़र अंदाज कर जाते हैं जिसकी वजह से बाद में ब्रेकडाउन की समस्या उन्हें झेलनी पड़ती है और वाहन की माइलेज पर भी बुरा असर पड़ता है। टायर्स की देखभाल में सबसे ज्यादा जरूरी होता है कि गाड़ी को खराब रास्तों पर न चलायें और साथ ही हवा का प्रेशर भी सही रखें। लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप टायर्स में कौन सी हवा भरवाते हैं। वैसे आजकल नाइट्रोजन हवा काफी चर्चा में है। नार्मल हवा की जगह नाइट्रोजन हवा डलवाने पर जोर दिया जाता है। तकरीबन हर पेट्रोल पंप पर ये उपलब्घ है बल्कि कुछ पेट्रोल पम्प पर तो यह अब फ्री में मिलने लगी है। चलिए आपको बताते हैं क्या हैं इसके फायदे।



हर मौसम में बेहतर:

नार्मल हवा की तुलना में नाइट्रोजन हवा ज्यादा ठंडी होती है। जिसकी वजह से टायर्स हर मौसम में बेहतर परफॉर्म करते हैं,इतना ही नहीं ड्राइव करने में सुविधा रहती है और टायर्स की लाइफ भी बेहतर बनती है। इसलिए नाइट्रोजन हवा का ही इस्तेमाल करें।



तापमान एक समान बना रहता है:

अगर आप अपने वाहनों के सभी टायर्स में नाइट्रोजन हवा भरवाते हैं तो उनके भीतर का का तापमान एक समान बना रहता है जिससे इसके रिवास होने के चांस भी कम होते हैं। यानी जब टायर्स में हवा का दबाव एक समान रहेगा तो माइलेज और परफॉर्मेंस दोनों बेहतर होंगी। और गाड़ी भी हल्की चलती है।



रिम को नहीं होता नुकसान:

खास बात यह है कि नाइट्रोजन रासायनिक रूप से एक गैर-ज्वलनशील, गैर विषैले अक्रिय गैस है। यह किसी भी तापमान पर किसी अन्य गैस के साथ फ्यूज नहीं होती है। जिसके चलते टायर में न्यूनतम नमी रखने में मदद करती है। नाइट्रोजन हवा टायर में आद्रता यानी की नमी को कम करती है। जिससे टायर के रिम को कोई नुकसान नहीं होता। जबकि नार्मल हवा में ऑक्सीजन की मात्रा ज्यादा होती है जिसकी वजह से नमी की मात्रा बढ़ जाती है जिससे रिम को नुकसान पहुंचाता है।



टायर्स के ब्लास्ट होने का खतरा कम:

टायर एक्सपर्ट के मुताबिक अगर टायर्स में नाइट्रोजन हवा भरी होगी तो उसके बलस्ट होने की सम्भावना करीब 90 फीसदी तक कम हो जाती है। इतना ही नहीं हाइवे पर टायर्स सुरक्षित रहते हैं। जबकि अगर आप टायर्स में नार्मल हवा भरवाते हैं तो लंबे समय तक ड्राइव करने के दौरान उच्च तापमान के कारण टायर्स के ब्लास्ट होने का खतरा बढ़ जाता है।

यह भी पढ़ें: Tata Punch CNG और Altroz CNG की लॉन्चिंग का हुआ खुलासा