
देश के अन्य प्रांतों में नवोदय विद्यालय प्रभावी रूप से गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध करा रहे हैं
चेन्नई. केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने तमिलनाडु में नवोदय विद्यालय नहीं होने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। गुरुवार को गिण्डी में एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश के अन्य प्रांतों में नवोदय विद्यालय प्रभावी रूप से गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध करा रहे हैं। खासकर इसका फायदा ग्रामीण इलाकों के द्यार्थियों को हुआ है। लेकिन तमिलनाडु में एक भी नवोदय विद्यालय का नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए भारत के निर्माण को लेकर प्रयासरत हैं। नए भारत के सपने को पूरा करने के लिए मोदी आधुनिक प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रहे हैं।
स मामले में सरकार और वादी की दलीलें सुनने के बाद न्यायाधीश केके शशिधरण और न्यायाधीश जी. र. स्वामीनाथन की बेंच ने सरकार को आठ सप्ताह के भीतर एनओसी जारी करने को कहा था
गौरतलब है कि तमिलनाडु में नवोदय विद्यालय चर्चा का विषय रहा है। मद्रास उच्च न्यायालय ने हाल में तमिलनाडु सरकार को निर्देश दिया था कि वह राज्य में जवाहर नवोदय विद्यालय खोलने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करे। सरकार को प्रमाण पत्र जारी करते वक्त इस बात की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है कि केंद्रीय स्कूल की वजह से राज्य में हिन्दी थोपी जाएगी। इस मामले में सरकार और वादी की दलीलें सुनने के बाद न्यायाधीश केके शशिधरण और न्यायाधीश जी. र. स्वामीनाथन की बेंच ने सरकार को आठ सप्ताह के भीतर एनओसी जारी करने को कहा था। इसी पृष्ठभूमि में प्रकाश जावड़ेकर से तमिलनाडु में नवोदय विद्यालय नहीं होने को लेकर सवाल किया गया। गौरतलब है कि राज्य सरकार नवोदय विद्यालय के खिलाफ है। बरसों से यह विचारधारा चली आ रही है कि अगर केंद्रीय विद्यालय को अनुमति दी गई तो ग्रामीण इलाकों के बच्चों को अनिवार्य रूप से हिन्दी पढ़ाई जाएगी।
Published on:
18 Jan 2018 05:36 pm
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