
चेन्नई. चुनाव आयोग से मनपसंद चुनाव चिह्न न मिलने के कारण डीएमके और एएमएमके ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ ही चुनाव आयोग पर भी निशाना साधा है। डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने एक बयान में आरोप लगाया कि चुनाव आयोग विधानसभा उपचुनाव कराने और चुनाव चिन्ह आवंटित करने में इस तरह का व्यवहार कर रहा था जैसे वह तमिलनाडु में बीजेपी-एआईएडीएमके गठबंधन का ही हिस्सा हो। विपक्षी दलों को आयोग वे चुनाव चिह्न देने से इनकार कर रहा है जिन पर उन दलों ने पहले भी चुनाव लड़ा है जबकि सत्तारूढ़ पार्टियों को आयोग बिना मांगे ही चिह्न आवंटित कर रहा है। तिरुवल्लूर के पास कक्कलूर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए डीएमके अध्यक्ष ने पीएम मोदी पर तंज करते हुए कहा कि वे ईपीएस, ओपीएस और भ्रष्टाचार के चौकीदार हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पलनीस्वामी के विरोधाभासी बयानों की खिल्ली उड़ाते हुए एआईएडीएमके के घोषणा-पत्र का जिक्र किया। घोषणा-पत्र में केंद्र से कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्रों में मंदी को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाने की बात कही गई है जिससे आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को स्थिर किया जा सके। गत 6 मार्च को प्रधानमंत्री की उपस्थिति में एनडीए के अभियान की शुरुआत के मौके पर एडपाडी के. पलनीस्वामी ने आवश्यक वस्तुओं की कीमतों और मंहगाई पर लगाम लगा कर रखने के लिए केंद्र की प्रशंसा की थी। स्टालिन ने प्रधानमंत्री की गाजा प्रभावित जिलों का दौरा नहीं करने पर आलोचना की।
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Published on:
27 Mar 2019 02:06 pm
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