
The case of Maharaja Chhatrasal Bundelkhand University,The case of Maharaja Chhatrasal Bundelkhand University,The case of Maharaja Chhatrasal Bundelkhand University
छतरपुर। महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की लापरवाही के चलते जिले में बीएड करने वाले 2300 छात्र-छात्राएं परेशानी में आ गए हैं। महाराजा कॉलेज में शुक्रवार को बीएड फस्र्ट सेमेस्टर का तीसरा पेपर लैग्वेज एक्रॉस द क्यूरिकुलम का एग्जाम देने आए छात्र सकते में आ गए, जब उन्हें 35 अंक के लैग्वेज एक्रॉस द क्यूरिकुलम के थ्योरी का प्रश्न प्तर 60 अंक के पूर्णांक का दिया गया। हालांकि छात्र-छात्राओं ने पेपर तो दिया, लेकिन रिजल्ट को लेकर उनकी चिंता बढ़ गई है। छात्र-छात्राएं इस बात को लेकर हैरान है कि पूर्णांक ज्यादा होने पर उनके इस पेपर का मूल्यांकन कैसे किया जाएगा। ये समस्या न केवल छतरपुर जिले के बीएड फस्र्ट सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं की है, बल्कि महाराजा महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के 6 जिलों में बीएड फस्र्ट सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं को इस परेशानी का सामना करना पड़ा है
ये है तय सेमेस्टर के पेपरों का पूर्णांक
बीएड फस्र्ट सेमेस्टर में चार प्रश्न पत्र होतें हैं। जिनका पूर्णांक 400 होता है। पहला पेपर चाइल्डहुड एंड ग्रोइंग का होता है, जिसका थ्योरी का पेपर 75 अंक और सेशनल 25 अंक का होता है। इसी तरह से दूसरा पेपर एजूकेशन इन इंडिया- स्टेट्स, प्रोबलम एंड इश्यू का थ्योरी पेपर 75 और सेशनल 25 अंक का होता है। जबकि तीसरा पेपर लैग्वेज एक्रॉस द क्यूरिकुलम का होता है, जिसका थ्योरी का पेपर 35 अंक व सेशनल 15 अंक का होता है। जबकि चौथा पेपर क्यूरिकुलम डवलवमेंट एंड स्कूल का थ्योरी 75 और सेशनल 25 अंक का होता है। जबकि पाचंवा पेपर रीडिंग एंड रिफलेक्टिंग ऑन टेक्स्ट का प्रेक्टिकल 30 अंक और सेशनल 20 अंक का होता है। इस तरह से कुल 400 अंक के पेपर फस्र्ट सेमेस्टर में होता है।
यहां हुई गड़बड़ी
शुक्रवार को महाराजा कॉलेज व लॉ कॉलेज में कुल 2300 छात्र-छात्राओं ने बीएड फस्र्ट सेमेस्टर का तीसरा थ्योरी पेपर लैग्वेज एक्रॉस द क्यूरिकुलम का दिया। परीक्षा हाल में 60 अंको का प्रश्नपत्र दिया गया, जबकि तय मानक के अनुसार 35 अंक का थ्योरी का है। सेशनल में 15 अंक मिलाकर थर्ड पेपर कुल 50 अंकों का होता है। लेकिन शुक्रवार को हुए पेपर में थ्योरी का पेपर ही 60 अंक का दे दिया गया। इससे बीएड फस्र्ट सेमेस्टर परीक्षा का पूर्णांक ही बदल गया, जिससे रिजल्ट पर असर पडऩे की आशंका को देखते हुए छात्र-छात्राएं चिंतित हैं।
४ साल से रही परीक्षाएं
महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा संभाग के पांच जिलों छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, दमोह,सागर में बीएड की परीक्षाएं चार साल से कराई जा रही हैं। इस वर्ष यह परीक्षा निवाड़ी जिले को मिलाकर 6 जिलों में आयोजित कराई गई। जिसमें छतरपुर जिला मुख्यालय पर महाराजा महाविद्यालय व मोतीलाल नेहरु विधि महाविद्यालय में बने परीक्षा केन्द्रों पर 2300 परीक्षार्थी शामिल हुए।
गड़बड़ी दिखवाकर कार्रवाई की जाएगी
थर्ड पेपर को बनाने वाले को शोकॉज नोटिस जारी किया जा रहा है। हमारे पास फैकल्टी नहीं होने से हम मॉडरेशन नहीं कर सकते हैं। लेकिन मूल्यांकन 35 अंक के पूर्णांक पर ही किया जाएगा।
पुष्पेन्द्र कुमार पटेरिया, कुलसचिव, महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय
Published on:
22 Dec 2019 06:00 am
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