छतरपुर. जिले की रेत खदानों का ठेका खत्म होने से पहले नए ठेका की कवायद शुरु हो गई है। खनिज विभाग जिले की 46 रेत खदानों के माइनिंग प्लान को मंजूरी मिल गई है। खनिज संसाधन विभाग के डायरेक्टर राजीव रंजन मीना के आदेश पर माइनिंग अफसरों ने 46 रेत खदानों के माइनिंग प्लान के अनुमोदन की प्रक्रिया पूर्ण हो गई है। इसके साथ ही जिले 38 रेत खदानों की पर्यावरण स्वीकृति की जानकारी भी भोपाल भेज दी है।
38 खदानों की पर्यावरण क्लीयरेंस फाइनल
जिले में संचालित 46 रेत खदानों में 38 की पर्यावरण क्लीयरेंस फाइनल हो चुकी है। जशेष 8 खदानों की पर्यावरण की क्लीयरेंस के लिए प्रकरण सिया को भेजे जाने की तैयारी में है। बताया जाता है कि मई माह के अंत में रेत खदानों के ऑक्शन के लिए नोटिफिकेशन जारी हो जाएगा। तिथि के नजदीक आते ही जहां वर्तमान ठेकेदार तीव्रता से काम में लगे हैं, वहीं पुराने ठेकेदार भी जुगत में लगे हुए हैं। ठेकेदारों और माइनिंग से जुड़े कारोबारियों द्वारा ऑक्शन की प्रक्रिया को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि पूर्व में वर्तमान कंपनी को एक्सटेंशन मिलने की चर्चाएं थीं, जो अब शिथिल हो गई हैं।
कैबिनेट ने नीति में किया आंशिक संशोधन
मध्य प्रदेश की रेत खनन नीति में आंशिक संशोधन किया गया है। इसमें ई टेंडर और सह नीलामी का भी प्रावधान किया गया है। अनुबंध की तारीख से 3 साल के बाद 2 वर्ष के विस्तार के लिए 10 प्रतिशत राशि अनुबंध की एक वर्ष की सीमा समाप्ति पर था। पहले केवल 3 साल का प्रावधान था यह वार्षिक वृद्धि जुलाई में की जाती थी। अब जब ठेका समाप्त होगा उसको 2 साल की बढोत्तरी भी कर सकेंगे। इसे 3-4 महीनों में बांटने का संशोधन हुआ है। खदानों की माइनिंग लीज की वैधानिक स्वीकृतियों के लिए यह फैसला हुआ कि स्वीकृति या प्राप्त होने से ठेके की निरंतरता बनी रहेगी। अनुमतियां पहले ही प्राप्त हो सकेंगी।