इटावा में कथावाचक से मारपीट मामले में सियासी बवाल मचा हुआ है। समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव इसे जातिवाद से जोड़कर चुनावी मुद्दा बनाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं.. तो वहीं, कथावाचक धीरेन्द्र शास्त्री ने भी इस मामले में एंट्री ली है। करीब एक महीने की विदेश यात्रा से लौटे धीरेन्द्र शास्त्री ने पूरे घटनाक्रम पर ना सिर्फ नाराजगी जताई बल्कि राजनेताओं को आडे हाथ भी लिया। उन्होंने कहा कि इटावा में कथावाचक से मारपीट की घटना निंदनीय है.. और उससे भी ज्यादा निंदनीय राजनेताओं की ओर से जातिवाद, क्षेत्रवाद, भाषावाद को लेकर रोटियां सेंकी जाना है। धीरेन्द्र शास्त्री का ये बयान अखिलेश यादव को आइना दिखा रहा है.. बागेश्वर बाबा यहीं नहीं रुके.. उन्होंने कहा कि देश में कुछ लोग भारत को पाकिस्तान बनाने में लगे हैं। जातिवाद और क्षेत्रवाद से जब तक ऊपर नहीं उठेंगे, तब तक इस देश का भला नहीं हो सकता है। मंदिरों के बाहर लिखते हैं चप्पल उतार कर आएं अच्छा होगा, मंदिरों के बाहर जातिवाद छोड़ कर आएं।’