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खजुराहो में केंद्रीय विद्यालय यूश हॉस्टल में होगा शुरू, तीन साल में भवन बनने पर बेनीगंज रोड होगा शिफ्ट

यूथ हॉस्टल में विद्यालय के अस्थायी संचालन के लिए मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है। क्षेत्रीय विधायक ने स्थल का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

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निरीक्षण करते हुए

छतरपुर. खजुराहो में अब जल्द ही केंद्रीय विद्यालय खोलने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इससे यहां के विद्यार्थियों को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लाभ मिलेगा। केंद्रीय विद्यालय खोलने का निर्णय खजुराहो के स्थानीय लोगों में उत्साह का माहौल बना चुका है और इसे शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। यूथ हॉस्टल में विद्यालय के अस्थायी संचालन के लिए मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है। क्षेत्रीय विधायक अरविंद पटेरिया ने आज स्थल का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान नगर परिषद अध्यक्ष अरुण कुमार पप्पू अवस्थी और इंजीनियर अमितेश अवस्थी भी मौजूद रहे।

स्थाई भवन


खजुराहो में लंबे समय से चली आ रही केंद्रीय विद्यालय की मांग सांसद विष्णु दत्त शर्मा के प्रयासों से इस वर्ष पूरी हुई है। वर्तमान शैक्षणिक सत्र से कक्षाएं यूथ हॉस्टल में शुरू की जाएंगी। विद्यालय के स्थायी भवन के लिए बेनीगंज रोड और चितरई तिगड्डा के पास जमीन चिह्नित की गई है। अगले एक-दो वर्षों में नए भवन के निर्माण के बाद विद्यालय को वहां स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
इस प्रकार, खजुराहो में केंद्रीय विद्यालय की स्थापना, शिक्षा के क्षेत्र में न केवल एक आवश्यक कदम है, बल्कि यह क्षेत्रीय विकास और भविष्य के लिए एक नया अवसर भी उत्पन्न कर रहा है।

बेनीगंज मार्ग पर आंवटित है जमीन


जिला प्रशासन ने केन्द्रीय विद्यालय के लिए खजुराहो से बेनीगंज मार्ग पर 2.8 हेक्टेयर जमीन का चिंहाकन, सीमांकन किया है। खजुराहो में केन्द्रीय विद्यालय बेनीगंज रोज पर खसरा नंबर 539/2 रकवा 2.8 हेक्टेयर जमीन का डिमार्केशन किया गया है। इस विद्यालय की स्थापना से खजुराहो में रहने वाले बच्चों के लिए विशेष अवसर उत्पन्न होंगे, क्योंकि अब उन्हें अपनी पढ़ाई के लिए दूरदराज के शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। केंद्रीय विद्यालयों का उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों के बच्चों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा उपलब्ध कराना है, लेकिन खजुराहो में इस विद्यालय का खोलना, यहां के सामान्य बच्चों के लिए भी एक बड़ी सौगात साबित होगा।

शिक्षा की गुणवत्ता में होगा सुधार


केंद्रीय विद्यालयों का पाठ्यक्रम पूरे देश में समान होता है, जिससे विद्यार्थियों को एक समान शैक्षिक अनुभव प्राप्त होता है। इसके अलावा, केंद्रीय विद्यालयों में उच्चतम स्तर के शिक्षक और शिक्षिकाएं नियुक्त किए जाते हैं, जो विद्यार्थियों को आधुनिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से शिक्षा प्रदान करते हैं। इससे न केवल बच्चों का मानसिक विकास होगा, बल्कि उन्हें विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी बेहतर तैयारी का अवसर मिलेगा।

विद्यार्थियों को मिलेगा अवसर


खजुराहो के स्थानीय निवासी, जो अपने बच्चों को अच्छे स्कूलों में पढ़ाने के लिए अक्सर अन्य शहरों का रुख करते थे, अब उन्हें यह समस्या हल होती नजर आ रही है। केंद्रीय विद्यालय का खजुराहो में खुलना न केवल शिक्षा के क्षेत्र में वरन आर्थिक दृष्टिकोण से भी फायदेमंद होगा। इसके अलावा, इस विद्यालय से स्थानीय बच्चों को विभिन्न खेलों और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी भाग लेने का अवसर मिलेगा, जिससे उनकी बहुमुखी प्रतिभा का विकास होगा।

मिलेंगी सुविधाएं


खजुराहो में केंद्रीय विद्यालय के उद्घाटन के बाद, बच्चों को अत्याधुनिक कक्षाएं, लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैब, साइंस लैब, खेलकूद की सुविधाएं और अन्य आवश्यक संसाधन मिलेंगे। शिक्षा के साथ-साथ, विद्यालय में बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए भी योजनाएं बनाई जाएंगी। इसके अलावा, यहां के बच्चों को उत्कृष्ट खेलकूद प्रशिक्षण भी मिलेगा, जो उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के योग्य बनाएगा।