साधु को कमरे में किया गया बंद
जनसुनवाई के बीच साधु रामस्वरूप उपाध्याय ने जैसे ही अपने ऊपर पेट्रोल डाला तो वहां पर मौजूद अधिकारियों और पुलिसकर्मियों ने साधु को वहां से निकालकर एक कमरे में बंद कर दिया। इसके कुछ देर बाद उन्हें अस्पताल में जांच के लिए ले जाया गया। बिछौन निवासी साधु का आरोप है “उसका जमीनी विवाद उसके ही भाई रामसजीवन, राजेन्द्र कुमार, अमित सहित परिवार के लोगों से चल रहा है। ये लोग उसे जमीन से रास्ता नहीं दे रहे हैं. इस कारण खेतों में बुवाई नहीं हो पा रही है।” यह भी पढ़े – शर्मनाक! गर्भवती को एंबुलेंस तक नसीब नहीं हुई, हाथ ठेले पर दिया बच्चे को जन्म, अब गरमाई सियासत एसडीएम और तहसीलदार करेंगे जांच
वहीं कलेक्टर पार्थ जैसवाल का इस संबंध में कहना है कि जो भी समस्या होगी उसका समाधान किया जाएगा। इस मामले में अधिकारियों को जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। इस मामले में छतरपुर एडीएम मिलिंद नागदेव का कहना है “भाई-भाई का जमीनी विवाद है। छतरपुर से तहसीलदार और स्थानीय एसडीएम को जांच के लिए भेजा है।”