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बदलेगी तस्वीर, ढोढऩ से बरूआसागर तक बनेगी 212 किलोमीटर लंबी कंक्रीट की 10 मीटर चौड़ी नहर

देश की पहली नदी जोड़ो परियोजना पर के मुख्य बांध ढोढऩ के निर्माण के लिए 3900 करोड़ रुपए का टेंडर हो जाने के बाद अब केन बेतवा लिंक परियोजना के तहत नहर निर्माण का कवायद भी शुरु की गई है। प्रमुख बांध ढोढऩ बांध में एकत्रित होने वाले पानी को नहर के माध्यम से बेतवा नदी तक पहुंचाया जाएगा।

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ken river

केन नदी

छतरपुर. देश की पहली नदी जोड़ो परियोजना पर के मुख्य बांध ढोढऩ के निर्माण के लिए 3900 करोड़ रुपए का टेंडर हो जाने के बाद अब केन बेतवा लिंक परियोजना के तहत नहर निर्माण का कवायद भी शुरु की गई है। प्रमुख बांध ढोढऩ बांध में एकत्रित होने वाले पानी को नहर के माध्यम से बेतवा नदी तक पहुंचाया जाएगा। इसके लिए 212 किमी लंबी नहर का निर्माण किया जाना है। इसके लिए भू अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

शुरूआत में 13 मीटर चौड़ी होगी नहर


केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट के तहत केन नदी पर बनने वाले ढोढन बांध और बांध से बेतवा नदी तक लिंक नहर का निर्माण केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट अथॉरिटी (केबीएलपीए) को करना है। बांध निर्माण के लिए तो भू अधिग्रहण की प्रक्रिया की जा रही है। लिंक कैनाल छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी और उप्र के झांसी जिले से होकर गुजरेगी। शुरुआत में नहर की चौड़ाई 13.2 मीटर होगी, जबकि बेतवा नदी के पास इसकी चौड़ाई घटकर 10 मीटर हो जाएगी। मुख्य नहर से माइनर नहरों का निर्माण होगा जो खेतों तक पानी लेकर जाएंगी। इसके लिए मुख्य नहर में 11 पंप स्टेशन बनाए जाएंगे। इनमें से 5 पंप स्टेशन छतरपुर जिले में, एक -एक पंप स्टेशन टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों में बनाए जाएंगे। इनसे तीनों जिलों की 1 लाख 82 हजार 525 हैक्टेयर जमीन की सिंचाई होगी। इसी प्रकार तीन पंप स्टेशन उप्र के हिस्से में सिंचाई के लिए बनाए जाएंगे। इनसे 55 हजार 52 हैक्टेयर जमीन संचित होगी। उन्होंने बताया कि नहर से छतरपुर जिले के 680 गांवों में सिंचाई की जाएगी।

नहर से जुड़ेगी दोनों नदियां


लिंक नहर का निर्माण केन नदी पर ढोढन बांध से बेतवा नदी पर बरुआ सागर के पास किया जाना है। लिंक कैनाल (नहर) छतरपुर टीकमगढ़, निवाड़ी और उप्र के झांसी जिलों की सीमा से होकर गुजरेगी। इसमें सबसे लंबा हिस्सा छतरपुर जिले में बनाया जाना है। छतरपुर जिले में लिंक कैनाल 49 गांवों से होकर गुजरेगी। इसके लिए 165 हेक्टेयर निजी जमीन और 1134 हेक्टेयर शासकीय भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। भू अधिग्रहण अधिनियम के तहत जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। नहर निर्माण में उपयोग होने वाली जमीन के लिए छतरपुर जिला प्रशासन ने धारा 11 ए के तहत अधिसूचना जारी कर दी गई है। धारा 11 ए का प्रकाशन मार्च 2024 में कर दिया गया है। अब अगले चरण में धारा 19 के तहत भूस्वामियों के नाम के साथ सूचियों का प्रकाशन किया जाना है।

छतरपुर जिले में 3.50 लाख हेक्टेयर में सिंचाई के लिए मिलेगा पानी


छतरपुर जिले में लिंक कैनाल से 3.50 लाख हेक्टेयर जमीन की सिंचाई का लक्ष्य है। कार्यपालन यंत्री केन बेतवा प्रोजेक्ट मप्र शासन निर्मल चंद जैन ने बताया लिंक नहर से छतरपुर जिले में 5 पंप हाउस स्थापित किए जाएंगे। इन पंप हाउस से सिंचाई के लिए नहरों का जाल बिछाया जाएगा। इन पंप हाउस से जिले के राजनगर, छतरपुर, नौगांव, बिजावर, बड़ामलहरा विकासखंड में सिंचाई होगी। उन्होंने बताया इसका सर्वे कराने के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। सर्वे करके 3.50 लाख हेक्टेयर में सिंचाई का डीपीआर तैयार किया जाएगा।

इनका कहना है

प्रोजेक्ट में मुख्य नहर के निर्माण की प्रक्रिया झांसी कार्यालय से की जानी है। भूमि अधिग्रहण के लिए कार्यालयों में दस्तावेज जमा करा रहे हैं। धारा 19 के प्रकाशन और अधिग्रहण के बाद निर्माण के लिए टेंडर बुलाए जाएंगे।
आशीष कुशवाह, ईई केबीएलपीए, झांसी