
छिंदवाड़ा. ओमिक्रॉन की आहट मिलते ही प्रशासन ने इलाज की प्रारंभिक तैयारियां शुरू कर दी है। शनिवार को नीदरलैंड से आई युवती के पॉजिटिव आने बाद अधिकारी-कर्मचारी चौकस दिखाई दिए। मरीजों के बढऩे पर तुरंत जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ऑक्सीजन, बेड़, दवाइयों समेत अन्य सुविधाएं मिलेंगी।
एक दिन पहले जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में ओमिक्रॉन पर सतर्कता बरतने पर विचार-विमर्श हुआ था और कलेक्टर ने सभी प्रशासनिक तैयारियों की जानकारी दी थी। साथ ही कहा था कि ओमिक्रॉन के पॉजिटिव केस लगातार आने पर पूर्व में बनाए गए कोविड केयर सेंटरों को पुन: क्रियाशील किया जाएगा तथा प्रारम्भ में इन सेंटरों पर ही मरीजों का उपचार कर उन्हें स्वस्थ किया जाएगा आवश्यकता पडऩे पर गम्भीर मरीजों का जिला चिकित्सालय में उपचार किया जाएगा। साथ ही पूर्व की तरह निजी चिकित्सालयों को अनुबंधित कर मरीजों को आयुष्मान योजना से लाभान्वित कर उपचार किया जाएगा।
दिल्ली से नहीं हुआ संपर्क तो प्रशासन ने खोजा
बताया जाता है कि 26 वर्षीय युवती 26 दिसबर को नीदरलैंड से भारत आई थी। उसकी जांच दिल्ली एयरपोर्ट पर की गई थी। युवती 27 दिसम्बर को दिल्ली से छिंदवाड़ा आई थी 30 दिसम्बर को दिल्ली में युवती की जांच रिपोर्ट में ओमिक्रॉन वैरियंट के लक्षण मिले।
खोजकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया
इसके बाद दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उसका नम्बर बंद था। तब छिंदवाड़ा के प्रशासन से सम्पर्क किया गया। सूचना मिलने के बाद अधिकारियों ने उसे परासिया रोड त्रिमूर्ति अपार्टमेंट में खोजकर जिला अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में भर्ती कराया। अस्पताल प्रबंधन दवाइयों को उपलब्ध कराने में लगा है। सिविल सर्जन डॉ. शिखर सुराना ने कहा कि आरटीपीसीआर रिपोर्ट नेगेटिव आने तक वह अस्पताल में रहेगी। फिर होम क्वॉरंटीन किया जाएगा।
तीसरी लहर को रोकने के ये हैं इंतजाम
दो हजार लीटर के तीन पीसीए प्लांट
वर्तमान में जिले में दो हजार लीटर एलपीएम क्षमता के तीन पीएसए ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हैं। इनमें से जिला चिकित्सालय, पांढुर्ना एवं सौंसर में एक-एक प्लांट स्थापित हैं। इनके अलावा जिला अस्पताल में 572 एलपीएम क्षमता का एक और अमरवाड़ा में 500 एलपीएम क्षमता का एक पीएसए प्लांट का कार्य प्रगति पर हैं जिनके पूर्ण होने पर जिले में 3072 एलपीएम पीएसए ऑक्सीजन की क्षमता हो जाएगी।
लिक्विड ऑक्सीजन 66 हजार लीटर
जिले में लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता 66 हजार लीटर है। इनमें जिला चिकित्सालय की 13 हजार लीटर व सिविल अस्पताल पांढुर्णा की 6 हजार लीटर की क्षमता और निजी क्षेत्र की 47 हजार लीटर की क्षमता शामिल है। जिले में 703 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स तथा 680 बड़े और 385 छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं।
मरीजों के लिए मिलेंगे 722 बेड
जिला अस्पताल में 403 और सिविल अस्पताल पांढुर्ना में 100 ऑक्सीजन बेड क्रियाशील हैं तथा छिंदवाड़ा शहर, अमरवाड़ा, परासिया, जामई, बिछुआ, सौंसर और तामिया के कोविड केयर सेंटर में 722 बेड उपलब्ध हैं। जिला अस्पताल में आईसीयू के 54, एचडीयू के 90 और पीआईसीयू के 40 बेड है एवं बच्चों के लिए 40 बेड उपलब्ध है।
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सीटी स्केन और वेंटिलेटर
जिला चिकित्सालय में एक और प्राइवेट हॉस्पिटल में तीन सीटी स्कैन मशीन तथा जिला अस्पताल में 24 व पांढुर्ना में तीन और निजी चिकित्सालयों में 11 वेंटिलेटर क्रियाशील है।
Published on:
02 Jan 2022 04:18 pm
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