मरीज बेड का गद्दा बदलने की गुहार वार्ड के कर्मचारियों से करते हैं, लेकिन वे कुछ नहीं कर पाते। ज्यादातर मरीज तो परेशान होकर जमीन पर सो जाते हैं। शिकायत के बाद बच्चा वार्ड से जानकारी जुटाई गई तो यहां भी गद्दे के नीचे खटमल की भरमार देखने को मिली। इन तस्वीरों ने जिला अस्पताल प्रबंधन की व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी।
जिला अस्पताल के बेड मेें खटमल से परेशान होकर मरीज रात के समय वार्ड से कहीं चले जाते हैं तथा सुबह डॉक्टर के राउंड के समय बेड पर पहुंच जाते हंै। कई मरीज तो खटमल से परेशान होकर निजी अस्पताल चले जाते हैं। बताया जा रहा है कि यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है, जो लगातार बढ़ रही है।
जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. हर्ष बर्धन कुड़ापे का कहना है कि मरीज बेड पर खाना गिरा देते हैं जिसके कारण खटमल होते हैं। पेस्ट कंट्रोल करने को लेकर बात हुई है। एक दो दिन में सभी वार्डों में कराया जाएगा।