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चांद के शासकीय कॉलेज भवन का भूमिपूजन

चांद नगरीय क्षेत्र में 6.50 लाख की लागत से बनने वाले शासकीय कॉलेज भवन भूमिपूजन चौरई विधायक पं. रमेश दुबे ने किया।

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Bhumi Pushjan of the Government College building of Chand

Bhumi Pushjan of the Government College building of Chand

चांद के शासकीय कॉलेज भवन का भूमिपूजन

चौरई/चांद. चांद नगरीय क्षेत्र में 6.50 लाख की लागत से बनने वाले शासकीय कॉलेज भवन और 18 लाख की राशि से निर्मित होने वाले सामुदायिक भवन का भूमिपूजन चांद के उत्कृष्ट स्कूल परिसर में आयोजित कार्यक्रम में चौरई विधायक पं. रमेश दुबे ने किया। इस अवसर पर सौंसर विधायक नानाभाऊ मोहोड़, भाजपा जिलाध्यक्ष नरेंद्र परमार, दौलत सिंह ठाकुर, रमेश पोफली, संतोष जैन, प्रियवर ठाकुर की उपस्थिति में किया गया।
कार्यक्रम में मौजूद जनसमूह को संबोधित करते हुए विधायक दुबे ने कहा कि सरकार का रुख जनता के लिए हमेशा सकारात्मक रहा है भाजपा की सरकार किसानों और आमजन के लिए ही काम कर रही है। चांद में शासकीय कॉलेज खुल जाने के बाद छात्र-छात्राओं को सीधा लाभ मिल रहा है। भवन बन जाने से सुविधाओं में और वृद्धि होगी। कार्यक्रम को नरेंद्र परमार, रमेश पोफली, दौलत सिंह ठाकुर, संतोष जैन ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान ही मंच पर मौजूद अतिथियों ने दिव्यांगों को ट्राइसाइकिल श्रवण यंत्र एवं प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना में चयनित हितग्राहियों को गैस कनेक्शन वितरित किए मंच संचालन जिला पंचायत उपाध्यक्ष शैलेन्द्र रघुवंशी ने किया।कार्यक्रम में दानसिंह पटेल, वीरपाल इवनाती, मंझलो पटेल, सुरेश शर्मा, लखन वर्मा, अजबसिंह वर्मा, राजू दीक्षित, नीलम जैन, बालकराम खनवे, सरूप चौरिया, रघुराज पटेल, अरुण जैन, दीपेश साहू, संजय सोनी, नेरसिंह चौरिया, योगेश सोलंकी, कृष्णकुमार चौरसिया मोनू साहू, समीर चौरसिया हितेश सोनी, धर्मेन्द्र रघुवंशी, नोखे श्रीवास, सीमा पराने सुनंदा चौरसिया लता पाटिल मीना जैन रीना चौरसिया समेत बड़ी संख्या में आमजन और भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।

अतिथि शिक्षकों की बैठक ५ को
पांढुर्ना. मप्र अतिथि शिक्षकों को आवश्यक बैठक 5 फरवरी को रखी गई है। बैठक में अतिथि शिक्षकों के मानदेय बढ़ाने के लिए आंदोलन करने पर चर्चा की जाएगी। अतिथि शिक्षकों ने बताया कि उन्हें न्यूनतम मानदेय प्रदान किया जा रहा है। जबकि शिक्षकों से स्कूल के अलावा अन्य काम भी कराए जा रहे है। अतिथि शिक्षक इस समस्या को लेकर कई बार आंदोलन कर चुके है उनकी मांगों को सरकार ने कभी गंभीरता से नहीं लिया है। अब परीक्षा की इस घड़ी में अतिथि शिक्षक हड़ताल करने का निर्णय ले रहे है।