
kusmeli Mandi
मक्का का सीजन शुरू हो चुका है। जिले में कृषि उपज मंडी कुसमेली में इन ढाई माह में सबसे अधिक मक्का की आवक होती है। ऐसे में व्यापारियों ने अपनी ओर से तो तैयारियां कर ली हैं। व्यापारियों ने सीजन के शुरू होते ही मंडी में मक्का के लिए सबसे अधिक शेडों को नीलामी के लिए आरक्षित रखने के उद्देश्य बैठक भी कर ली, परंतु मंडी प्रबंधन अभी भी मक्का की आवक को लेकर सुस्त है। लापरवाही के चलते न सिर्फ मंडी की व्यवस्थाएं बिगड़ेंगी, बल्कि किसान एवं व्यापारियों तक को समस्याएं होंगी।
उल्लेखनीय है कि शेडों की मरम्मत अभी अधूरी है। ऐसे में किसान आवक लेकर पहुंचेगा तो भी उसे खुले में ही ढेर करना होगा, जबकि आकस्मिक बारिश का मौसम अभी भी बना ही रहता है। छिंदवाड़ा अनाज व्यापारी संघ अध्यक्ष प्रतीक शुक्ला ने बताया कि शेड की मरम्मत अधूरी ही रह गई है, आवक बढ़ी तो काफी परेशानी हो जाएगी। मरम्मत कार्य भी लम्बे समय तक लम्बित पड़ा रहेगा।
कुसमेली मंडी में जो किसान अपनी उपज लेकर मंडी को खासा कमाई करवाता है, उसे ही मंडी में समुचित व्यवस्थाएं नहीं मिलती। खाने-पीने से लेकर सुलभ शौचालय, विश्राम एवं बैंक तक की असुविधा रहती है। उस पर भी अघोषित रूप से किसान को भुगतान के समय अपनी मेहनत की कमाई से 10 रुपए बोरी अलग से कटवाने पड़ते हैं। मंडी में कहने के लिए कैंटीन तो है, लेकिन वहां तय मेनू की जगह समोसा दिया जाता है। सुबह से लेकर रात नौ बजे तक खाना भी उपलब्ध नहीं होता है। टंकी के पास स्थित सुलभ शौचालय की सफाई तो करना दूर, मंडी प्रबंधन पिछले एक माह से उसका ताला खोलना भी भूल चुका है। अब प्रवेश द्वार तक पहुंचने के लिए कम से कम 50 फीट झाडिय़ों से होकर गुजरना पड़ता है। तुलावटी प्रतिनिधि सुनील डेहरिया ने बताया कि झाडिय़ों के कारण सुलभ शौचालय तक जाने पर जहरीले जीवों से भी काफी खतरा है।
मंडी में सुरक्षा के लिए किए गए प्रबंध भी आधे अधूरे हैं। मक्का का सीजन शुरू होते ही चोरी की घटनाएं भी बढ़ सकती हैं। मंडी ने सभी हम्मालों के लिए न तो पंजीयन की व्यवस्थाएं की और न ही मंडी की बाउंड्री को बनाने के लिए निर्माण की गति बढ़ाई। समय सीमा दिसंबर होने के कारण अभी भी गति काफी मंद है। वहीं सुरक्षा गार्डों के लिए भी कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किए। लंबे समय से व्यापारियों की मांग को भी अनसुना किया जा रहा है।
कृषि उपज मंडी प्रबंधन हर साल किसानों की आवक को नियंत्रित रखने के लिए शेड्यूल जारी करता है। उसका प्रसार प्रसार करवाता है, लेकिन अभी तक उनके प्रवेश से लेकर निकासी तक की व्यवस्था सहित उनके लिए समय जारी नहीं किया। इससे आवक बढऩे पर अफरा-तफरी का माहौल बन सकता है।
मौसम को देखते हुए अभी अधिक आवक की उम्मीद नहीं है, हालांकि एक दो दिनों में प्रवेश निकासी का शेड्यूल घोषित कर दिया जाएगा। 2 शेड की मरम्मत हुई है, शेष शेड की मरम्मत त्योहारों के कारण रुक गई है। सुलभ कांप्लेक्स से लेकर कैंटीन तक की व्यवस्थाओं में सुधार किया जाएगा।
सुरेश कुमार परते, सचिव कृषि उपज मंडी कुसमेली
Published on:
14 Oct 2024 11:35 am
बड़ी खबरें
View Allछिंदवाड़ा
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
