केंद्र सरकार ने आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 के वार्षिक बजट में इस योजना का उल्लेख किया है और इसके लिए बजट भी बढ़ाया गया है। शुरुआती लोन राशि अब 30 हजार रुपए कर दी गई है। हालांकि, गजट नोटिफिकेशन न होने के कारण योजना फिर से शुरू नहीं हो सकी है। अधिकारी बता रहे हैं कि अप्रैल में नए आदेश आने के बाद ही पोर्टल पुनः चालू होने की संभावना है।
छोटे व्यवसायियों के लिए राहतकारी योजना
कोरोना संक्रमण काल में वर्ष 2021-22 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस योजना की शुरुआत की थी, ताकि छोटे व्यापारी अपने व्यवसाय को फिर से खड़ा कर सकें। योजना के तहत समय पर लोन की किस्त जमा करने पर लाभार्थियों को अधिक राशि का लोन मिलता रहा है। अब तक नगर निगम समेत जिले के नगरीय निकायों में 38,948 लोग इस योजना का लाभ उठा चुके हैं।
योजना ठप, हितग्राही परेशान
पिछले छह माह से पोर्टल बंद होने के कारण नए आवेदनों की प्रक्रिया रुक गई है, जिससे लाभार्थी परेशान हैं। नगर निगम योजना कार्यालय में प्रतिदिन लोग योजना की जानकारी लेने पहुंच रहे हैं। इसके अलावा, जिलेभर के नगरीय निकायों के हितग्राही भी योजना के पुनः संचालन की राह देख रहे हैं। संबल योजना के 1,400 से ज्यादा हितग्राहियों को भुगतान का इंतजार
इसी बीच, मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना के अंतर्गत जिले के 1,400 से अधिक हितग्राहियों को अब तक अनुग्रह सहायता राशि का भुगतान नहीं हो सका है। महापौर विक्रम अहके ने इस विषय में भोपाल स्थित असंगठित शहरी एवं ग्रामीण कर्मकार कल्याण मंडल के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर लंबित भुगतान जल्द कराने की मांग की है। नगर निगम क्षेत्र में ही 136 लाभार्थियों का भुगतान अटका हुआ है, जबकि पूरे जिले में यह आंकड़ा 1,400 से अधिक पहुंच गया है। अनुग्रह सहायता राशि आवंटन न होने के कारण जरूरतमंद हितग्राही आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं।
लाभार्थियों को जल्द राहत मिलने की उम्मीद
अधिकारियों के अनुसार, आत्मनिर्भर स्ट्रीट वेंडर योजना और संबल योजना से जुड़े मामलों में जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत के साथ ही अप्रैल में दोनों योजनाओं को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की संभावना है। हितग्राही उम्मीद लगाए बैठे हैं कि सरकार जल्द ही उन्हें राहत देगी।