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Railway: ब्रांच लाइन के हिसाब से बनाया प्लेटफॉर्म, सात साल बाद ट्रेन चली तो कमियां हुई उजागर, शुरु हुआ सर्वे

इतवारी-रीवा एक्सप्रेस के सभी 24 बोगी प्लेटफॉर्म पर नहीं आ पा रहे हैं।

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Railway: रेलवे स्टेशनों में एफओबी बनाना भूल गया विभाग, मजबूरी में यात्री कर रहे अपराध

Railway: रेलवे स्टेशनों में एफओबी बनाना भूल गया विभाग, मजबूरी में यात्री कर रहे अपराध

छिंदवाड़ा. गेज कन्वर्जन विभाग द्वारा इतवारी से नैनपुर के बीच रेलवे स्टेशनों पर बनाए गए छोटे प्लेटफॉर्म को लेकर मंगलवार से सिवनी, चौरई स्टेशनों पर सर्वे किया गया। बताया जाता है कि जल्द ही प्लेटफॉर्म को लंबा करने की प्रक्रिया शुरु की जाएगी। उल्लेखनीय है कि छिंदवाड़ा, चौरई, सिवनी सहित कई रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म की लंबाई छोटी कर दी गई है। ऐसे में इतवारी-रीवा एक्सप्रेस के सभी 24 बोगी प्लेटफॉर्म पर नहीं आ पा रहे हैं। 26 अप्रेल से जब इस ट्रेन का परिचालन शुरु हुआ तो मामला उजागर हुआ। तीन डिब्बे प्लेटफॉर्म से बाहर जा रहे थे। ऐसे में यात्रियों को रेलमार्ग से लगभग तीन फीट ऊंची बोगी पर चढऩे में परेशानी हो रही थी। रेलवे ने दो दिन बाद ट्रेन के इंजन को नियम के विपरित प्लेटफॉर्म से आगे ले जाकर यात्रियों को सुविधा देना शुरु कर दिया। हालांकि यह केवल वैकल्पिक व्यवस्था है। पत्रिका ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। इस कमी को दूर करने के लिए रेलवे ने कार्य शुरु कर दिया है। स्थानीय स्तर पर रेलवे के विभिन्न विभागों द्वारा संयुक्त रूप से सिवनी, चौरई स्टेशन का सर्वे किया गया। बुधवार को छिंदवाड़ा रेलवे स्टेशन का सर्वे किया जाएगा। बता दें कि वर्ष 2015 में नैरोगेज लाइन बंद करके ब्राडगेज लाइन का कार्य शुरु किया गया था जो वर्ष 2022 में पूरा हुआ। बीते 24 अप्रेल से छिंदवाड़ा से नैनपुर तक पैसेंजर ट्रेन, 26 अप्रेल से रीवा-इतवारी एक्सप्रेस का परिचालन किया जा रहा है। इसके अलावा पातालकोट एवं पेंचवैली एक्सप्रेस का भी परिचालन अब सिवनी तक हो रहा है। छिंदवाड़ा से नैनपुर रेल सेक्शन में ट्रेन की सुविधा शुरु होते ही गेज कन्वर्जन कार्यों में हुई लापरवाही उजागर हो रही है। विभाग ने कई स्टेशनों पर फुट ओवर ब्रिज का निर्माण नहीं किया है। वहीं प्लेटफॉर्म भी छोटे बना दिए गए हैं। कार्यों को करते समय भविष्य का ध्यान नहीं रखा। यही वजह है कि अब कमियां उजागर हो रही हैं।


ब्रांच लाइन के अनुसार विभाग ने किया काम
रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार छिंदवाड़ा सेक्शन ब्रांच लाइन में आता है। गेज कन्वर्जन विभाग ने ब्रांच लाइन के हिसाब से ही नैनपुर से इतवारी तक विभिन्न रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म का निर्माण किया है। पातालकोट एक्सप्रेस, पेंचवैली एक्सप्रेस, पैसेंजर ट्रेन को ध्यान में रखकर ही प्लेटफॉर्म बनाए गए। जबकि भविष्य को देखते हुए मेन लाइन के हिसाब से प्लेटफॉर्म का निर्माण किया जाना चाहिए था।

स्टेशनों की लंबाई 540 मीटर
इतवारी से नैनपुर के बीच रामाकोना, सौंसर, छिंदवाड़ा, चौरई, सिवनी सहित अन्य स्टेशन की लंबाई 540 मीटर बनाई गई है, जबकि अब जरूरत 600 मीटर लंबे प्लेटफॉर्म की है।छिंदवाड़ा से चल रही पातालकोट एक्सप्रेस एवं पेंचवैली एक्सप्रेस में 18 से 20 बोगी ही लगी रहती है। रीवा-इतवारी एक्सप्रेस ट्रेन में 24 बोगियां हैं।

मेन लाइन एवं ब्रांच लाइन में अंतर
मेन लाइन का मतलब ऐसे लाइन से है जहां ज्यादा संख्या में ट्रेनों का परिचालन होता है। ऐसी लाइन में एक्सप्रेस ट्रेन की संख्या ज्यादा होती है। मुंबई-हावड़ा, चेन्नई-दिल्ली, मुंबई-जबलपुर सहित अन्य रेलमार्ग मेन लाइन में आते हैं। वहीं ब्रांच लाइन का मतलब है जहां कम संख्या में ट्रेनों का परिचालन होता है और अधिकतर पैसेंजन ट्रेन हों।

अपना रहे यह तरीका
रीवा-इतवारी एक्सप्रेस की सभी 24 बोगी प्लेटफॉर्म पर आ जाए, इसके लिए इंजन को प्लेटफॉर्म से आगे तक ले जाया जा रहा है। जबकि नियम के अनुसार हर एक स्टेशन पर इंजन स्टॉप का बोर्ड लगा होता है। इस बोर्ड के आगे इंजन को नहीं ले जाना चाहिए। इस नियम का पालन विगत कुछ दिनों से रीवा-इतवारी एक्सप्रेस के परिचालन के समय छिंदवाड़ा सहित अन्य स्टेशनों पर नहीं हो रहा है।