22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

उपयंत्री व रोजगार सहायक ने मांगी सरपंच से रिश्वत, 30 हजार के साथ ईओडब्ल्यू ने पकड़ा

निर्माण कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र देने के बदले मांगी गई थी राशि, चौरई के ग्राम खिरखिरी का था मामला

2 min read
Google source verification
Eow raid

Eow raid

छिंदवाड़ा. आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ जबलपुर (ईओडब्ल्यू) ने जनपद पंचायत चौरई के उपयंत्री नीरज पिता जीएल डेहरिया एवं ग्राम रोजगार सहायक ग्राम पंचायत खिरखिरी आशीष पिता विजय शर्मा को 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा है। यह राशि चौरई की ग्राम पंचायत खिरखरी में नाली व सडक़ निर्माण के कार्य के निरीक्षण तथा कार्य पूर्ण हो जाने पर कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र जारी करने के बदले मांगी जा रही थी।

प्रार्थी लालजी सोलंकी निवासी खिरखिरी चौरई ने ईओडब्ल्यू जबलपुर को 15 जुलाई 2025 को शिकायत कर बताया था कि उसके भाई की पत्नी आरती वर्मा जो कि ग्राम पंचायत खिरखिरी की सरपंच है। ग्राम पंचायत में हुए नाली निर्माण एवं सडक़ निर्माण के कार्य के निरीक्षण तथा कार्य पूर्ण हो जाने पर कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र जारी करने के बदले सरपंच आरती वर्मा से उपयंत्री नीरज डेहरिया 50 हजार रुपए तथा ग्राम रोजगार सहायक आशीष शर्मा 15 हजार रुपए रिश्वत की मांग कर रहे थे। रिश्वत मांगने की शिकायत जबलपुर में ईओडब्ल्यू को की गई थी, शिकायत की सत्यापन प्रकिया के बाद ईओडब्ल्यू ने पाया कि रिश्वत की मांग रिकार्डिंग से यह स्पष्ट हो रहा है कि आरोपी बिना रिश्वत की राशि लिए अपने शासकीय कर्तव्य का निर्वहन नहीं कर रहे है।

18 जुलाई को आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ जबलपुर के ट्रैप दल ने उपयंत्री तथा रोजगार ग्राम सहायक को चौरई में गायत्री मंदिर के पास शुक्रवार सुबह 11.40 बजे एक साथ रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। प्रथम किश्त के रूप में उपयंत्री नीरज डेहरिया को 25 हजार रुपए तथा ग्राम रोजगार सहायक आशीष शर्मा को पांच हजर रुपए के साथ रंगे हाथ पकड़ा गया है। इस ट्रैप दल में ईओडब्ल्यू डीएसपी मनजीत सिंह, निरीक्षक प्रेरणा पाण्डेय, मोमेन्द्र कुमार मर्सकोले, आरक्षक चालक सगीर खान, आरक्षक सुमित पाण्डेय तथा दूसरी टीम में एएसपी एव्ही सिंह, निरीक्षक भूमेश्वरी चौहान, प्रधान आरक्षक चालक कयूम खान, आरक्षक सुमित रजक, महिला आरक्षक जसलीन कौर शामिल थी।