छिंदवाड़ा. शहर में लंबी अवधि के बाद गुरुवार की दोपहर को लगभग डेढ घंटा हुई मूसलाधार बारिश ने कईं रास्तों को तालाब में बदल दिया। हालत ये हुआ कि सड़कों पर घुटनों तक जमा पानी से होकर लोगों केा निकलना पड़ा। कईं वाहन तो इस दौरान बीच रास्तें में बंद हो गए। कचरा फंसा होने के कारण नालो का पानी उफनकर बाहर आ गया इससे पानी निकलने में और परेशानी हुई। पिछले एक पखवाड़े के दौरान बारिश आंख मिचौली कर रही थी।
गुरुवार की दोपहर को बादल अचानक बरसे और खूब बरसे। अगस्त के पहले 15 दिनों में बारिश अच्छी हुई थी। दूसरे पखवाड़े में इसका जोर कुछ कम देखा गया। हालांकि रिमझिम फुहारे जरूर बीच-बीच में भिगोती रही। पिछले दो दिनों में बिछुआ , सोंसर, चांद और हरई में तेज बारिश हुई है।
सामान्य वर्षा वाले जिलो में छिंदवाड़ा
अगस्त खत्म होने के बाद जिला सामान्य बारिश वाले जिलों में आ गया है। हालांकि पिछले साल की अपेक्षा बारिश इस बार ज्यादा हुई है लकिन जुलाई तक औसत से ज्यादा पानी वाले क्षेत्रों में जिला आ गया था। अगस्त में रुक-रुक कर और धीमी हुई बारिश ने औसत लगभग बराबर कर दिया। वर्तमान में जिले में 860 मिमी बारिश हो चुकी है।
अब तक तहसील छिन्दवाडा में 720.8, मोहखेड में 733, तामिया में 1118, अमरवाड़ा में 940.2, चौरई में 655.9, हर्रई में 923.32, सौंसर में 815.9, पांढुर्णा में 568.74, बिछुआ में 1121.3, परासिया में 881.3, जुन्नारदेव में 1132.9, चांद में 722.3 और उमरेठ में 804 मि.मी.औसत वर्षा दर्ज की गई है।