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Mohan Bhagwat in Chitrakoot : संघ की बैठक से राजनीतिज्ञ दूर, लेकिन राजनीति पर ही चर्चा

Mohan Bhagwat in Chitrakoot- सीएम योगी के कामकाज से खुश नहीं जगद्गुरु रामभद्राचार्य, हिंदुओं की घटती आबादी से मोहन भागवत चिंतित

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Mohan Bhagwat in Chitrakoot : संघ की बैठक से राजनीतिज्ञ दूर, लेकिन राजनीति पर ही चर्चा

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
चित्रकूट. Mohan Bhagwat in Chitrakoot- भगवान राम की तपोभूमि धर्मनगरी चित्रकूट में शुक्रवार से राष्ट्रीय स्वयं संघ का पांच दिवसीय चिंतन शिविर आरोग्यधाम परिसर में शुरू हो गया है। संघ की बैठक से राजनीतिक लोगों को दूर रखा गया है। हालांकि, चर्चा के केंद्र बिंदु में राजनीति ही है। संघ के प्रांत प्रचारकों की बैठक के पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने तुलसी पीठ के संस्थापक जगदगुरु राम भद्राचार्य से मुलाकात। इस मुलाकात में भी यूपी और देश की राजनीति पर चर्चा हुई। रामभद्राचार्य ने इस बैठक में जहां यूपी के मुख्यमंत्री के कामकाज की खुलकर आलोचना की वहीं, संघ प्रमुख ने हिंदुओं की घटती आबादी पर चिंता जतायी। गुरुवार को संघ की शाखा में मोहन भागवत ने स्वंय सेवकों को आपदा में सेवा की सीख देते हुए गांव-गांव में शाखा के विस्तार का मूलमंत्र दिया।

रामभद्राचार्य की खरी-खरी
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत तुलसीपीठ में राम भद्राचार्य से सौजन्य मुलाकात करने गए थे। इस दौरान रामभद्राचार्य ने कई मुद्दों पर खुलकर बात की। पहले तो उन्होंने संघ प्रमुख से ही उनके डीएनए वाले बयान की खिंचाई की और कहा, बयान अनुकूल नहीं है। यूपी में योगी सरकार का कामकाज पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा-उनका काम अच्छा नहीं है। योगी का काम केवल सोशल मीडिया तक ही सीमित है, धरातल पर कोई असर नहीं दिख रहा है। रामभद्राचार्य यहीं नहीं रुके वे बोले-यूपी के जिला पंचायत चुनाव से मैं संतुष्ट नहीं हूं, फिर भी यूपी में अगली सरकार भाजपा की ही बनेगी। उन्होंने संघ प्रमुख से कहा, हिंदी को अब राष्ट्रभाषा घोषित किया जाए। गोहत्या पर पूरी तरह रोक लगाई जाए। साथ ही उन्होंने कहा, चित्रकूट को मप्र और उप्र के बंधन से मुक्त किया जाना चाहिए। इसे किसी एक प्रदेश में रखने से समस्याओं का निस्तारण जल्द होगा। संघ प्रमुख ने मुलाकात के दौरान देश में हिंदुओं की आबादी लगातार घटने पर चिंता जताई। कहा,यही हाल रहा तो हिंदू अल्प संख्या में आ सकते हैं।

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गांवों तक मजबूत करें संगठन: संघ प्रमुख
गुरुवार की सुबह संघ प्रमुख मोहन भागवत आरोग्यधाम में संघ की शाखा में पहुंचे। ध्वज प्रणाम के साथ उन्होंने स्वयं सेवकों से कहा, वह आपदाओं के समय सेवा के जरिए देश के लिए भूमिका निभाएं। गांवों तक संगठन को मजबूत करें। और गांव स्तर तक शाखाएं संचालित करें शाखा के बाद संघ प्रमुख मंदाकिनी भवन गए। उन्होंने वहां वरिष्ठ प्रचारकों से तैयारियों को लेकर कुछ मंत्रणा की।

मंत्रणा के प्रमुख बिंदु
1.मोदी और योगी की छवि को सुधारने के लिए व्यापक अभियान की कार्ययोजना बनाने की जरूरत।
2.राष्ट्रवाद की भावना को जनता के बीच ले जाने का काम करें।
3.बयानबाजी से दूर रहें भाजपा नेता।
4.संघ की स्थापना के सौ वर्ष 2025 में पूरा होने तक हर गांव में शाखाओं का संचालन का लक्ष्य।

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चंपत राय जमीन प्रकरण पर मिले
बैठक में शामिल होने आए श्रीराम मंदिर निर्माण समिति के ट्रस्टी चंपतराय भगवान कामतानाथ के दर्शन के बाद संघ प्रमुख से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने रामजन्मभूमि में जमीन विवाद के बारे में अपना पक्ष रखा। इस पर संघ प्रमुख ने उन लोगों से संपर्क साधने को कहा, जिन्होंने भरपूर चंदा दिया है। साथ ही चंदे में पारदर्शिता रखने की नसीहत दी।

प्रांत प्रचारकों की बैठक
संघ के प्रांत प्रचारकों की बैठक 9 जुलाई से 13 जुलाई तक होगी।

बैठक में शामिल लोग
संघ प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले, डॉ. कृष्ण गोपाल, डॉ. मनमोहन वैद्य, भैयाजी जोशी, वरिष्ठ प्रचारक संजय सोनी सहित सभी 6 प्रांतों के प्रांत प्रचारक।

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