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संघ की राष्ट्रीय चिंतन बैठक में उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और कोरोना की तीसरी लहर पर विशेष रूप से चर्चा हुई। तय किया गया कि कोरोना की तीसरी लहर से पहले संघ की जिला स्तरीय टीमें गांवों में जाकर लोगों की जरूरतें समझेंगी और कोरोना से बचाव के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा उठाए गए कदमों और योजनाओं की जानकारियां देंगी। इसके बाद सांसद और विधायक यह काम अंजाम देंगे। साथ ही संघ द्वारा संचालित अस्पतालों को पूरी क्षमता और सक्रियता से व्यवस्थित करने का भी निर्णय लिया गया, ताकि तीसरी लहर में इन अस्पतालों का लाभ लोगों को मिल सके।
संघ की राष्ट्रीय चिंतन बैठक में उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और कोरोना की तीसरी लहर पर विशेष रूप से चर्चा हुई। तय किया गया कि कोरोना की तीसरी लहर से पहले संघ की जिला स्तरीय टीमें गांवों में जाकर लोगों की जरूरतें समझेंगी और कोरोना से बचाव के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा उठाए गए कदमों और योजनाओं की जानकारियां देंगी। इसके बाद सांसद और विधायक यह काम अंजाम देंगे। साथ ही संघ द्वारा संचालित अस्पतालों को पूरी क्षमता और सक्रियता से व्यवस्थित करने का भी निर्णय लिया गया, ताकि तीसरी लहर में इन अस्पतालों का लाभ लोगों को मिल सके।
जनता के गुस्से का करेंगे सम्मान-
चिंतन बैठक में देशवासियों के बीच राष्ट्रवाद का भाव तेजी से जागृत करने की रणनीति पर भी बात हुई। यह भी मंत्र दिया गया कि कि कार्यकर्ताओं के जन संपर्क के दौरान कहीं जनता गुस्से में हो या विरोध करें तो उन्हें शांति और शालीनता से समझाकर संतुष्ट करें। साथ ही यह भी कहा गया कि बेवजह बयान न दें, जिससे सरकार की छवि धूमिल हो।
चिंतन बैठक में देशवासियों के बीच राष्ट्रवाद का भाव तेजी से जागृत करने की रणनीति पर भी बात हुई। यह भी मंत्र दिया गया कि कि कार्यकर्ताओं के जन संपर्क के दौरान कहीं जनता गुस्से में हो या विरोध करें तो उन्हें शांति और शालीनता से समझाकर संतुष्ट करें। साथ ही यह भी कहा गया कि बेवजह बयान न दें, जिससे सरकार की छवि धूमिल हो।
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लगभग तीन घंटे तक चली बैठक में केंद्र की मोदी और राज्य की योगी सरकारों के कामों और उनकी आम छवि पर भी विचार विमर्श हुआ। बैठक को संघ प्रमुख मोहन भागवत, सहकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले समेत सभी पांच सहसरकार्यवाह ने अपने बौद्धिक संबोधन दिए।
लगभग तीन घंटे तक चली बैठक में केंद्र की मोदी और राज्य की योगी सरकारों के कामों और उनकी आम छवि पर भी विचार विमर्श हुआ। बैठक को संघ प्रमुख मोहन भागवत, सहकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले समेत सभी पांच सहसरकार्यवाह ने अपने बौद्धिक संबोधन दिए।