चित्तौडगढ़ जिले के प्रसिद्ध कृष्णधाम सांवलिया सेठ मंदिर में शनि अमावस्या पर दर्शन के लिए करीब चार लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे।
Sanwalia Seth: चित्तौडगढ़ जिले के प्रसिद्ध कृष्णधाम सांवलिया सेठ मंदिर में शनि अमावस्या पर करीब चार लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। मंदिर परिसर में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई। श्री सांवलिया सेठ को स्वर्ण पोशाक धारण करवाई गई। सांवलिया सेठ के जयकारों से माहौल भक्तिमय हो गया।
शनिवार को तड़के चार बजे से ही श्रद्धालुओं के मंदिर पहुंचने का क्रम शुरू हो गया। जो रात तक जारी रहा। शनि अमावस्या होने के कारण प्रदेश के विभिन्न जिलों के साथ ही मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात सहित दूर-दराज से श्रद्धालु सांवलियाजी पहुंचे। बड़ी संख्या में श्रद्धालु अमावस्या से एक दिन पहले ही सांवलियाजी पहुंच गए। पूरे दिन दर्शन के लिए भक्तों के कतारें लगी रहीं।
शनि अमावस्या होने से तड़के चार बजे से ही मंगला आरती के दर्शन के लिए करीब एक किलोमीटर से ज्यादा लंबी कतारें लग गई। मंगला आरती में श्री सांवलिया सेठ को सोने का वाघा धारण करवाकर आकर्षक शृंगार किया गया।
भगवान श्रीसांवलिया सेठ के मंडफिया स्थित मंदिर का भंडार चतुर्दशी को खोला गया। पहले दिन 8 करोड़ 90 लाख रुपए की गणना की गई। दूसरे चरण की गणना सोमवार को होगी। श्री सांवलिया जी मंदिर की मुख्य निष्पादन अधिकारी प्रभा गौतम की उपस्थिति में भण्डार खोला गया। भंडार की शेष रही राशि की गिनती दूसरे चरण में 25 अगस्त को की जाएगी।
भंडार से प्राप्त राशि गिनती में मंदिर बोर्ड सदस्य किशनलाल अहीर, पवन तिवारी, हरिराम गाडरी, रामलाल गुर्जर, भादसोड़ा नायब तहसीलदार शिव शंकर पारीक, लेखाधिकारी राजेंद्र सिंह, सुरक्षा प्रभारी गुलाब सिंह राजपूत, संस्थापन प्रभारी लेहरी लाल गाडरी, भैरूगिरी गोस्वामी, कालूलाल तेली, दीपक तिवारी, रमेश मेघवाल, जितेन्द्र त्रिपाठी सहित मंदिर के चुनिंदा कर्मचारी एवं बैंकों के कर्मचारी शामिल हुए।