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चित्तौड़गढ़। चित्तौड़गढ़ जिले में राशमी क्षेत्र के उपरेड़ा-सोमी मार्ग पर मंगलवार को आधी रात बाद एक कार बनास नदी में बह गई। कार में एक ही परिवार के नौ लोग सवार थे। जिनमें से पांच को बचा लिया गया। जबकि दो महिलाएं व दो बच्चे पानी में बह गए। दोनों महिलाओं व एक बच्ची का शव निकाल लिया गया है। एक बच्ची लापता है, जिसकी तलाश की जा रही है।
जानकारी के अनुसार राशमी क्षेत्र के काना खेंड़ा गांव निवासी गाडरी समाज के एक ही परिवार के नौ सदस्य देव दर्शन के लिए कार से भीलवाड़ा जिले के सवाईभोज गए थे। लौटते समय सभी भीलवाड़ा में अपने रिश्तेदार माधवलाल गाडरी के यहां रुके थे, जहां भोजन करके काना खेड़ी गांव के लिए रवाना हुए। कार बनास नदी पर पहुंची तो पुलिसकर्मियों ने पानी का बहाव तेज होने के कारण आगे नहीं जाने को कहा।
कार चालक मदनलाल गाडरी ने गूगल मैप की सहायता से कार को मातृकुंडिया वाले मार्ग पर ले गया। गूगल मैप ने बनास नदी पर ही सोमी गांव का रास्ता बताया। चालक ने इसी के आधार पर कार बनास नदी पर ही सोमी मार्ग की पुलिया पर उतार दी। पुलिया दो-तीन जगह से टूटी होने के कारण कार गड्ढे में फंस गई। अचानक पानी का बहाव तेज होने से कार बह गई।
उसमें सवार मदनलाल (28) पुत्र देवीलाल गाडरी, हितेश (22) पुत्र सोहनलाल गाडरी, लीला(18) पत्नी देवीलाल, काव्यांश (9 माह) पुत्र मदनलाल, अयांश (9 माह) पुत्र देवीलाल को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। जबकि चंदा (21) पत्नी हेमराज, ममता (25) पत्नी मदनलाल, खुशी (04) पुत्री मदनलाल तथा रूत्वी (6) पुत्र हेमराज पानी के बाहव में बह गए।
बुधवार को सुबह गोताखोरों ने चंदा, ममता व खुशी के शव निकाल लिए। रूत्वी का शाम तक पता नहीं चल पाया। मृतकों के शव राशमी चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाए गए हैं। सूचना मिलने पर कपासन विधायक अर्जुनलाल जीनगर, जिला कलक्टर आलोक रंजन, पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी सहित प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। हादसे को लेकर काना खेड़ा गांव में माहौल गमगीन हो गया।
Published on:
27 Aug 2025 08:03 pm
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