
ड्रग्स बना रही सीक्रेट लेबोरेट्री पर नजर, पत्रिका फोटो
Government's campaign against drug abuse: राजस्थान में युवाओं को नशे की लत से छुटकारा दिलाने की दिशा में अब सरकार कई कदम उठाने जा रही है। लेबोरेट्री का पता लगाने के साथ ही कूरियर के माध्यम से हो रही मादक पदार्थ तस्करी पर लगाम कसने की तैयारी शुरू कर दी गई है। सरकार ने योजना का खाका तैयार कर लिया है।
अवैध रूप से मादक पदार्थों के निर्माण में लिप्त गुप्त प्रयोगशालाओं का पता लगाकर पूरे नेटवर्क को समाप्त करने, जिलों में फॉरेंसिक लैब तंत्र को मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि, मादक पदार्थों की रिपोर्ट समय पर न्यायालयों में प्रस्तुत की जा सके। राज्य सरकार ने एच-1 श्रेणी की फार्मा ड्रग्स की बिक्री पर विशेष निगरानी रखकर अनियमितता बरतने वाले फार्मा संचालकों के खिलाफ सत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा मानस हेल्पलाइन 1933 के प्रचार-प्रसार को व्यापक स्तर पर करने और इसके माध्यम से प्राप्त सूचनाओं की गंभीरता से जांच कर सही सूचना देने वालों को पुरस्कृत करने को कहा गया है। कूरियर सेवा के माध्यम से हो रही मादक पदार्थों की तस्करी पर अब विशेष निगरानी रखी जाएगी।
मुख्य सचिव सुधांश पंत ने युवाओं को देश का भविष्य बताते हुए उन्हें नशे की लत से दूर रखने के लिए गंभीर प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने नशीले पदार्थों की रोकथाम के लिए सबंधित विभागों के अधिकारियों को प्रभावी रणनीति के साथ कार्रवाई करने और युवाओं को मशहूर हस्तियों के माध्यम से उन्हें प्रेरित करने के निर्देश दिए है।
प्रदेश के सभी निजी और राजकीय महाविद्यालयों में नियमित रूप से नशे से दूर रहने की प्रतिज्ञा करवाने तथा वहां ड्रग कंट्रोल सोसायटी की स्थापना करने के साथ ही महाविद्यालयों के आसपास के क्षेत्रों में मादक पदार्थों के सेवन और विक्रय पर निगरानी रखने के राज्य सरकार ने निर्देश दिए हैं।
Published on:
30 Jul 2025 10:59 am
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