पुलिस का कहना है कि दो माह पूर्व उसकी पत्नी ने किसी दूसरे व्यक्ति से विवाह कर लिया था। पत्नी के घर छोड़ चले जाने के बाद से देवीलाल बच्चों की देखभाल को लेकर तनाव में था। एक पैर से दिव्यांग देवीलाल के माता-पिता की पांच वर्ष पूर्व ही मौत हो चुकी थी। पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि सोमवार शाम को देवीलाल को दूघ लाते हुए अंतिम बार देखा गया था। उसके बाद वह और उसके बच्चे नजर नहीं आए। बुधवार को शक होने पर उसका दरवाजा तोड़ा गया तो दूध व बरतन बिखरे पड़े थे और तीनों जमीन पर अचेत पड़े थे। हालात को देखकर पुलिस अंदेशा जता रही है कि देवीलाल ने बच्चों को दूध में जहर मिलाकर पिलाया और बाद में खुद ने भी पी लिया।
…देखभाल के लिए बड़ा भाई स्कूल छोड़ घर पर रहता देवीलाल एक होटल में काम करता था। वह ही दोनों बच्चों को सुबह-शाम खाना खिलाता और देखभाल करता था। देवीलाल होटल पर काम करने चला जाता तो बड़ा पुत्र सूरज छोटे भाई की देखभाल के लिए घर पर ही रहता था, वह स्कूल नहीं जा पाता था।