8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कुरीतियों को खत्म करने के लिए जाट समाज का सख्त निर्णय, नहीं मानने पर पांच लाख रुपए का जुर्माना

भदेसर ब्लॉक अध्यक्ष शंकरलाल जाट सोनरड़ा की अध्यक्षता में कन्नौज में महादेव मंदिर पर बैठक हुई, जिसमें समाज में व्याप्त कुरीतियों को समाप्त करने और समाज सुधार पर चर्चा की गई।

less than 1 minute read
Google source verification
Jat community

फोटो पत्रिका

सुखवाड़ा (चित्तौड़गढ़)। भदेसर ब्लॉक अध्यक्ष शंकरलाल जाट सोनरड़ा की अध्यक्षता में कन्नौज में महादेव मंदिर पर बैठक हुई, जिसमें समाज में व्याप्त कुरीतियों को समाप्त करने और समाज सुधार पर चर्चा की गई।

बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिनमें मुख्य रूप से शादी-विवाह में अधिकतम 5 से 7 तोला सोना ही ले जाया जाएगा और मंगवाया जाएगा। शादी-विवाह में प्री वेडिंग बिल्कुल बंद रहेगा। शादी समारोह में डीजे बंद रहेगा और बंदौली नहीं निकाली जाएगी, हालांकि सामूहिक और धार्मिक आयोजनों में डीजे का उपयोग किया जा सकता है।

शादी विवाह और मृत्यु भोज और अन्य सामाजिक आयोजनों में समाज की जाजम पर अफ़ीम-शराब पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। मृत्यु भोज में धोरवा प्रथा बंद रहेगी और श्राद्ध, छह मासी, बाहर मासी भी बंद रहेगी। मृत्यु भोज में महिलाओं को न तो बर्तन दिए जाएंगे और न ही लिए जाएंगे। समाज में जन्मदिन की पार्टियां नहीं मनाई जाएंगी। शादी समारोह और मृत्यु भोज में नूता के 100 रुपये रखने अनिवार्य होंगे।

मृत्यु के बाद बाहरवें दिन ढोल प्रथा बिल्कुल बंद रहेगी और सिर्फ मंदिर जाया जाएगा। मृत्यु भोज में स्वेच्छा पूर्वक सिर्फ एक मिठाई ही बनाई जाएगी। बैठक में इन सभी प्रस्तावों को सर्वसम्मति से पारित किया गया और यह निर्णय लिया गया कि जो कोई भी इन प्रस्तावों का उल्लंघन करेगा उस पर समाज का पांच लाख रुपए का दंड लगाया जाएगा और उसे पांच वर्ष तक समाज से निष्कासित कर दिया जाएगा।

बैठक में जाट समाज कन्नौज की नवगठित कार्यकारिणी का भी गठन किया गया, जिसमें अध्यक्ष गेहरीलाल जाट और युवाध्यक्ष मदन लाल जाट को मनोनीत किया गया। इस अवसर पर ब्लॉक उपाध्यक्ष लेहरूलाल जाट, भगवानलाल जाट, रामेश्वर लाल, रतन लाल, उदयलाल, माधवलाल, किशन लाल, भेरूलाल, नारायणलाल, मदनलाल, गोटूलाल, मुकेश, प्रकाश, शिवलाल, रतनलाल, कालू लाल, बालूराम, शंकरलाल, कैलाशचन्द्र, नानालाल, अंबालाल आदि समाजजन उपस्थित थे।