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Rajasthan Board: 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा देने से पहले जान लें ये नया नियम, वरना नहीं दे पाएंगे एग्जाम

Rajasthan Board Exam 2025: राजस्थान में 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए इस बार नया नियम लागू किया है। ऐसे में परीक्षा देने से जाने पहले स्टूडेंट्स को इस बारे में जानना बहुत जरूरी है।

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Rajasthan Board Exam

Rajasthan Board Exam 2025: चित्तौड़गढ़। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर ने 6 मार्च से शुरू होने वाली दसवीं व बारहवीं बोर्ड की परीक्षा को पारदर्शी बनाने के लिए इस बार पहली बार ड्रेस कोड लागू कर दिया है। यानी नियमित विद्यार्थियों को अपने स्कूल की यूनिफॉर्म पहनकर ही परीक्षा देने के लिए जाना होगा। ड्रेस नही होने पर परीक्षा से वंचित रहना पड़ सकता है।

परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्रों की सुरक्षा और गोपनीयता बनाए रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। यदि कोई छात्र यूनिफॉर्म पहनकर नहीं आता तो उसे परीक्षा से वंचित नहीं किया जाएगा पर उसे ठोस कारण बताना पड़ेगा। परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र के साथ फोटो पहचान पत्र भी लाना होगा। इसमें आधार कार्ड या स्कूल की आइडी मान्य होगी।

जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शिक्षा चित्तौडग़ढ़ कल्पना शर्मा ने बताया कि जिले में इस बार 98 केन्द्रों पर बोर्ड की परीक्षा होगी। इनमें कपासन क्षेत्र के धमाणा में एक नया परीक्षा केन्द्र बनाया गया है। कुल 30 हजार 429 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। इनमें दसवीं कक्षा के 17 हजार 127 व बारहवीं कक्षा के 13 हजार 302 विद्यार्थी शामिल हैं।

सभी केन्द्रों के प्रश्न-पत्र थानों में रहेंगे

जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक चित्तौडग़ढ़ ने बताया कि जिले में इस बार सभी परीक्षा केन्द्रों के प्रश्न-पत्र निकटवर्ती पुलिस थानों पर रखे जाएंगे। वहां प्रश्न-पत्र समन्वयक तैनात रहेगा। जिसकी निगरानी में प्रश्न-पत्र थानों में रखी अलमारी से निकालकर सुरक्षित परीक्षा केन्द्रों तक पहुंचाए जाएंगे।

नियमों से आएगी पारदर्शिता

राजस्थान बोर्ड के नियमों से परीक्षा में पारदर्शिता तो आएगी पर ड्रेस कोड लागू होने से कुछ छात्रों और अभिभावकों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। बोर्ड परीक्षा में ड्रेस कोड लागू होने से उन छात्रों और अभिभावकों के सामने नई समस्या खड़ी हो सकती है। जो ऐसे स्कूलों में पढ़ाई कर रहे हैं। जिनके पास आरबीएसई से 10वीं या 12वीं तक की मान्यता नहीं है। ये छात्र अन्य मान्यता प्राप्त स्कूलों में कॉन्ट्रेक्ट पर पंजीकृत हैं। लेकिन उनके पास उस स्कूल की यूनिफॉर्म नहीं होगी। उन्हें परीक्षा देने के लिए नई यूनिफॉर्म बनवानी पड़ेगी। जिससे अभिभावकों पर आर्थिक बोझ पड़ेगा।

जिन अधिकारियों, कर्मचारियों या शिक्षकों की छबि खराब हैं, उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी। मूल्यांकन को गंभीर कार्य मानते हुए परीक्षा परिणाम समय पर घोषित किया जा सके। इस कार्य को गंभीरता से निभानी की जिम्मेदारी तय की गई है। परीक्षा के दौरान निगरानी रखने के लिए केन्द्रों पर 25 छात्रों पर 1 वीक्षक, 26 से 50 छात्रों पर 2 वीक्षक, 51 से 75 छात्रों पर 3 वीक्षक और 76 से 100 छात्रों पर 4 वीक्षक तैनात किए जाएंगे। परीक्षा के सफल संचालन के लिए 1 मार्च से 5 अप्रेल तक बोर्ड मुख्यालय पर 24 घंटे नियंत्रण कक्ष संचालित किया जाएगा।

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रोजाना होगी वीडियोग्राफी

परीक्षा केन्द्रों पर प्रश्न पत्रों की सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी और उनकी रोजाना वीडियोग्राफी कराई जाएगी। प्रश्न पत्रों की सुरक्षा के तहत लॉकर से निकालने से लेकर परीक्षा केन्द्र पर खोलने तक वीडियोग्राफी अनिवार्य होगी। जिला स्तर पर उडऩदस्तों की ओर से भी वीडियोग्राफी कराई जाएगी।

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