
Hit And Run New Law: केन्द्र सरकार की ओर से दुर्घटना कानून में संशोधन के विरोध में जिले में सोमवार को निजी बसों-ट्रकों और रोडवेज बसों का संचालन बंद रहा। चित्तौडग़ढ़ प्राइवेट बस एसोसिएशन व ऑटो रिक्शा चालक यूनियन इंटक, भारतीय ऑटो चालक यूनियन ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर केन्द्रीय गृह मंत्री के नाम प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
चित्तौडग़ढ़ प्राइवेट बस एसोसिएशन के उपाध्यक्ष ओमप्रकाश डूंगरवाल, सचिव इरशाद मोहम्मद शेख सहित फतेहसिंह गौड़, सूर्यपाल सिंह, शंभूलाल वैष्णव, श्यामसुंदर गांधी सहित बड़ी संख्या में एसोसिएशन से जुड़े संचालक सोमवार को सुबह कलक्ट्रेट पहुंचे और वहां प्रदर्शन के बाद गृहमंत्री अमित शाह के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि सरकार ने दुर्घटना के बाद मौके से भागने वाले चालक को दस वर्ष की सजा व पांच लाख रुपए जुर्माने का प्रावधान किया है, जो न्याय संगत नहीं है। यदि दुर्घटना के समय चालक वहां से नहीं भागा तो उसे लोग मार-मारकर अधमरा कर देंगे या फिर पीट-पीटकर उसकी हत्या कर देंगे। चालक केवल ट्रक या बस का नहीं होता, बल्कि अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी अपनी कार चलाते हैं। ऐसे में इस कानून में संशोधन करना जरूरी है। ज्ञापन में बताया कि पांच जनवरी तक कानून में संशोधन नहीं हुआ तो छह जनवरी से आंदोलन किया जाएगा। स्थानीय ऑटो रिक्शा चालक यूनियन इंटक, भारतीय ऑटो चालक यूनियन सहित विभिन्न संगठनों के चालक-परिचालकों ने भी यहां कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। इन संगठनों ने छह जनवरी से अनिश्चित कालीन हड़ताल की चेतावनी दी है।
इस दौरान ऑटो रिक्शा चालक यूनियन इंटक के जिलाध्यक्ष अय्युब अली जाफरी, विमल चंद जैन, जिला उपाध्यक्ष मुश्ताक अली, संगठन मंत्री नारायण सिंह, मुकेश जयसवाल, गफूर मोहम्मद, भारतीय ऑटो चालक यूनियन के जिलाध्यक्ष बाबूलाल मारू, नगर अध्यक्ष जसपालसिंह अरोड़ा, कोषाध्यक्ष गगन दामानी, नगर उपाध्यक्ष जब्बार, कन्हैयालाल यादव, नगर महासचिव सतीश शर्मा, नगर संरक्षक अनिश खान, रशीद खान आदि मौजूद रहे।
नहीं हुआ 600 बसों का संचालन
बताया जा रहा है कि जिले में करीब छह सौ निजी बसों का संचालन किया जा रहा है। केन्द्र सरकार की ओर से दुर्घटना कानून में नया प्रावधान करने के विरोध में इन बसों के चालकों ने चाबियां मालिकों को थमा दी और काम पर नहीं आए, इसलिए सोमवार को छह सौ निजी बसों का संचालन नहीं हुआ। निजी बसों का संचालन नहीं होने से ग्रामीण अंचल सहित विभिन्न जगहों पर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। अनुमान है कि इस हड़ताल से एक ही दिन में करीब 9 लाख का नुकसान हुआ है।
Published on:
02 Jan 2024 11:12 am
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