
सादुलपुर (चूरू).
हार्डकोर अपराधी अजय जैतपुरा हत्याकांड के दूसरे दिन गुरुवार दोपहर को सादुलपुर के सरकारी अस्पताल के मुर्दाघर में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया। करीब 24 घंटे बाद हुए पोस्टमार्टम में चौंका देने वाला खुलासा भी हुआ है।
इससे पहले सुबह जैतपुरा के परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम करवाने से मना कर दिया था। बाद में चूरू पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट को छह सूत्री मांगों को ज्ञापन देकर पोस्टमार्टम करवाने को राजी हुए। मांगों में परिवार को 50 लाख की आर्थिक मदद, पत्नी को सरकारी नौकरी व भाई को हथियार लाइसेंस और घर पर सुरक्षागार्ड आदि शामिल है।
सादुलपुर के अस्पताल प्रभारी डॉ. मनमोहन गुप्ता, डॉ. राकेश, डॉ. सज्जन व चूरू से पहुंचे डॉ. संदीप के मेडिकल बोर्ड ने अजय जैतपुरा के शव का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम की कार्रवाई दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर शुरू हुई थी, जो दो घंटे तक चली। इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
कुल सात गोली लगी अजय जैतपुरा के
सादुलपुर मिनी सचिवालय स्थित एडीजे कोर्ट में बुधवार दोपहर को पेशी पर अजय जैतपुरा पर अज्ञात बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग की थी। शुरुआत में यही माना जा रहा था कि जैतपुरा को तीन से चार गोली लगी है जबकि गुरुवार दोपहर को हुए पोस्टमार्टम में खुलासा हुआ है कि ताबड़तोड़ फायरिंग में अजय के शरीर में कुल 7 गोली (बुलेट) लगी। इनमें से 5 गोली शरीर के आर-पार हो गई और दो गोली उसके शरीर में फंसी हुई मिली हैं।
कोर्ट के अंदर से ज्यादा बाहर चली गोली
जैतपुरा के मर्डर के बाद सादुलपुर पुलिस ने घटनास्थल से 11 खोखे, एक जिंदा कारतूस व मैगजीन बरामद की। वहीं 11 चले हुए खोखे व जैतपुरा के शरीर में मिली दो गोलियों समेत कोर्ट रूम में कुल 13 गोली चली। इसके अलावा बदमाशों ने मर्डर करने के बाद भागते हुए भी कोर्ट परिसर में हवाई फायर किए थे, जो करीब चालीस से ज्यादा फायर थे।
हमलवार 9 थे, 2 ने ही चलाई गोली
अजय जैतपुरा पर क्यों व किसने गोली चलाई। इसका अभी पता नहीं चल पाया है। वारदात के पीछे हरियाणा की अनिल गैंग का हाथ माना जा रहा है। हमलावरों की संख्या लगभग नौ थी, मगर उनमें से फायरिंग सिर्फ दो ने ही की। उनके भी दोनों हाथों में पिस्टल थी। जिस तरह से उन्होंने अजय जैतपुरा के नजदीक आकर उसे गोली मारी। उससे लगता है कि गोली मारने वाले शॉर्प शूटर थे।
जैतपुरा गांव की ढाणी मौजी ले गए अजय का शव
पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। ग्रामीण व परिजन अजय का शव पिकअप में डालकर उसके पैतृक गांव जैतपुरा की ढाणी मौजी ले गए। जहां शव का अंतिम संस्कार होगा।
शव के साथ थाना अधिकारी भगवान सहाय मीणा मय पुलिस दल के साथ जैतपुरा गए हैं। सादुलपुर में दिनभर तनावपूर्ण स्थिति रहने के बावजूद शांति बनी रही
वकीलों ने किया कार्य बहिष्कार
अजय जैतपुरा के साथ ही उसके वकील रतनलाल प्रजापत के भी गोली लगी है। घटना के विरोध में मिनी सचिवालय परिसर में वकीलों ने भी कार्य का बहिष्कार कर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है।
एडवोकेट प्रीतम शर्मा ने बताया कि मिनी सचिवालय में न्यायालय परिसर में घुसकर फायरिंग करने की घटना के बाद अधिवक्ताओं में भय का वातावरण है।
पुलिस चौकी की मांग उठी
एडवोकेट प्रीतम शर्मा ने बताया कि जब न्यायालय परिसर में वकील ही सुरक्षित नहीं है तो आम जनता की सुरक्षा की उम्मीद कैसे की जा सकती है?। मिनी सचिवालय परिसर में प्राप्त पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ पुलिस चौकी स्थापित करने एवं फायरिंग करने वाले दोषियों को गिरफ्तार नहीं करने तक हड़ताल जारी रहेगी।
स्पेशल टीम गठित
मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव को परिवारजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्पेशल टीम का गठन किया है। टीम शीघ्र ही हरियाणा पुलिस के सहयोग से आरोपितों को गिरफ्तार करेगी।
-राहुल बारहट, एसपी चूरू
Published on:
18 Jan 2018 04:58 pm
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