सहायक वन सरंक्षक दिलीप सिंह ने बताया कि इंटरप्रटेशन सेटंर में जिले में स्थानीय पक्षियों के अलावा, माइग्रेट होकर आने वाली पक्षियों, जानवरों व हरिणों व ताल छापर होने वाली प्रमुख घासों की तस्वीरे लगाई गई हैं। इससे लोगों को जिले की भौगोलिक जानकारी मिलेगी। इसके अलावा हर्बल पार्क में विभिन्न औषधियां लगाई जा रही हैं। पार्क में 50 प्रजातियों के पौधे, 20 प्रकार की घासें, 20 प्रकार की झाडिय़ां लगाई गई हैं।
शिक्षक मुकुल भाटी ने बताया कि राजस्थान परिवेश को समेटे एक ढाणी बनाई बनाई गई जिसमें गांव का परिवेश दिखाई देगा। इसके अलावा नॉलेज पार्क में 34 गुणा 30 फीट के चबूतरे पर शहर के प्रमुख धरोहरों व स्थलों का थ्रीडी प्रिंट लगाया जा रहा है। जिसमें मेडिकल कॉलेज, गढ़, धर्म स्तूप, भानीनाथ टीला आदि का प्रिंट लगाएं जाएंगे। भाजपा के दौलत सिंह तंवर ने बताया कि पार्क में ऊर्जा संरक्षण का भी प्रबंध किया गया है। पार्क में लगी सोलर लाइटों में सेंसर लगाया गया है। इससे व्यक्ति के आने पर लाइट तेज हो जाएगी और जाने पर धीमी हो जाएगी। इसके अलावा जल स्वावलंबन का भी पूरा प्रबंध किया गया है। महेन्द्र कुमार चौबे, अभिषेक चोटिया ने नेचर पार्क को चूरू की धरोहर बताया जो शायद राजस्थान में भी नहीं है।
समिति अध्यक्ष गुप्ता ने बताया कि लोकार्पण के बाद मुक्त आकाशमंच में कवि सम्मेलन होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कलक्टर मुक्तानंद अग्रवाल करेंगे। विशिष्ट अतिथि जिला प्रमुख हरलाल सहारण, सभापति विजयकुमार शर्मा व प्रधान ज्योति राठौड़ होंगी। कवि सम्मेलन में राष्ट्रवादी कवि हरिओम पंवार, कवियत्री पूनम वर्मा, हास्य कवि हरीश हिन्दुस्तानी, केशरदेव मारवाड़ी, देश भक्ति कवि विनीत चौहान, जल सरंक्षण कवि कैलाश मंडेला व बॉलीवुड गायक सिराज खान आदि प्रस्तुति देंगे।