घरों में छतों पर रखी पानी की टंकियों से देर शाम तक भी पानी गर्म आ रहा है। यूं तो हर साल का मई-जून माह इस धरा को तपाता है, लेकिन इस गर्मी के सीजन में अजब गजब का मौसम बना हुआ है। रेड अलर्ट पर आए चूरू अंचल में सितम ढहा रही गर्मी के साथ हीटवेव ने यहां कर्फ्यू लगा रखा है।
पिछले सप्ताह से निरंतर बढ़ रही गर्मी के क्रम में बुधवार को भी लू के थपेड़ों के साथ तीखी गर्मी का दौर जारी रहा। मौसम विभाग ने बुधवार को यहां अधिकतम 47.4 और न्यूनतम तापमान 30.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। गर्मी के इस सीजन का यह अब तक का सर्वाधिक तापमान रहा। बृहस्पतिवार दोपहर 2 बजे चूरू का अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया।
आसमान से बरसी आग
लू की चेपट में आए चूरू में दहकता सूरज कहर बरपा रहा है तो आसमान से आग बरस रही है। चिलचिलाती धूप के साथ बही गर्म हवाओं ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। हालांकि इस बीच कभी कभार आसमान में हलके बादल आए लेकिन इसका तेज तावड़े और लू पर कोई असर नहीं पड़ा और अंचल तीव्र हीटवेव की चपेट में आया रहा। इसी के साथ अब अधिकतम तापमान के साथ-साथ अब न्यूनतम तापमान भी बढ़ने की ओर है जिससे अब राते भी गर्माने लगी हैं।
गर्मी से बचाव के प्रति बढ़ी जागरुकता
परंपरागत रूप से गर्मी और लू के थपेड़ों को झेलते आ रहे चूरू के लिए गर्मी का कहर कोई नई नहीं है लेकिन अब गर्मी से बचाव के प्रति लोगों में जागरुकता बढ़ी है। लू और तीखी धूप से बचने का लोग प्रयास भी करते हैं तो खानपान में सावधानियां बरत रहे हैं तो लोग बच्चों का गर्मी से बचाव कर रहे हैं। दूसरी ओर मौसम केन्द्र, स्वास्थ्य मंत्रालय और चिकित्सा विभाग गर्मी से बचाव के लिए हर रोज एडवाइजरी जारी कर लोगों को गर्मी और लू से बचाव की हिदायत दे रहे हैं।
हर साल गर्मी की यही रही है तासीर
चूरू की धरा पर हर साल प्राय: गर्मी की यही तासीर रही है तो प्रायकर ग्रीष्म ऋतु में तापमापी पारा 50 के इर्द-गिर्द पहुंचता रहा है। वर्ष 2016 के जून माह में चूरू का तापमान 50.2 डिग्री तक पहुंच गया था तो 2017 में सर्वाधिक तापमान 49.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ था। 2018 में 47.6 तो 2019 में चूरू ने 50.8 डिग्री के साथ कीर्तिमान बनाया था। 2020 में तापमान 50 के कांटे को छू गया था। गत वर्ष 2023 की 22 मई की बात करें तो उस समय 45.7 डिग्री तापमान रहा था। इस बार 2024 की 22 मई में इस सीजन की गर्मी का सर्वाधिक तापमान 47.4 डिग्री दर्ज किया गया है।
चूरू में क्यों पड़ती है अधिक गर्मी
मौसम के जानकारों की माने तो चूरू में गर्मी अधिक पड़ने का कारण इसकी भौगोलिक स्थिति है। उतार-चढ़ाव की भौगोलिक रचना और आस-पास उष्णकटिबंधीय उच्च दवाब क्षेत्र होने से यहां न केवल गर्मी बल्कि सर्दी भी अधिक पड़ती है। चूरू जिस अक्षांस पर स्थित है वहा हवाओं का प्रवाह ऊपर-नीचे होता है इसी कारण यहा दिन में तेज गर्मी होती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार यही हवाएं गर्मी की वजह बनती है।
चिकित्सकों एवं नर्सेजकर्मियों की छुट्टिया रद्द
गर्मी के तीखे तेवरों को देखते हुए जिले के सबसे बड़े राजकीय भरतिया अस्पताल में कूलर और पीने के पानी की माकूल व्यवस्था की है तो अस्पताल के स्टाफ को अर्लट कर दिया हैं। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ.शशिकांत जो स्वयं लू के चपेट में आए हुए है ने बताया कि गर्मी जनित रोगियों के लिए अस्पताल अलर्ट हैं। गर्मी को देखते हुए चिकित्सकों और नर्सेजकर्मियों की छुट्टिया रद्द कर दी है।
बिजली व्यवस्था लड़खड़ाई
बढ़ती गर्मी में बिगड़ रही बिजली आपूर्ति व्यवस्था जोधपुर विद्युत वितरण निगम चूरू के लिए चुनौती बन गया है। गर्मी के कारण दिनभर बिजली की आवाजाही रही तो रात को भी बार बार बिजली के जाने का क्रम जारी है।