
डेब्यू में शतक लगा कर पृथ्वी जैसा धमाका करने वाले वो 7 भारतीय खिलाड़ी जो आज गुमनाम हैं
नई दिल्ली। रणजी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी और इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना डेब्यू शतक से कर भारतीय युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ स्टारडम के शिखर पर पहुंच चुके हैं। पृथ्वी ने जिस निडरता के साथ गुरुवार को राजकोट टेस्ट के पहले दिन वेस्टइंडीज के गेंदबाजों का सामना किया, वो काबिल-ए-तारीफ है। 154 गेंदों का सामना करते हुए 18 वर्षीय पृथ्वी ने 134 रन बनाए। अपने डेब्यू टेस्ट में शतक जमाने वाले वो भारत के 15वें खिलाड़ी बने। पृथ्वी की इस रिकॉर्डतोड़ पारी की वाहवाही पूरी क्रिकेट बिरादरी में हो रही है। पृथ्वी से पहले भारत के उन 14 खिलाड़ियों की भी तारीफ तब खूब हुई थी, जब उन्होंने अपने पहले टेस्ट में शतक जमाया था। लेकिन इन 14 खिलाड़ियों में से 7 क्रिकेटर अपने धमाकेदार आगाज को यादगार अंजाम में नहीं बदल सके। इन सातों खिलाड़ियों क्रिकेटक करियर शोहबत में बदलने से पहले ही थम गया। समय के अनुसार उनकी उपलब्धी बहुत बड़ी है। लेकिन पहली पारी के आधार पर उनसे जैसी उम्मीद की जा रही थी वो उसके अनुसार अपने करियर को प्लान नहीं कर सके। आईए एक नजर डालते है उन खिलाड़ियों पर जो अपनी पारी में तो जमकर गरजे लेकिन ज्यादा दिनों तक रनों की बारिश नहीं कर सके।
1. लाला अमरनाथ- लाला अमरनाथ भारत के पहले कप्तान और डेब्यू मैच में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज थे। इस लिहाज से लाला का नाम रिकॉर्डबुक में तो है। लेकिन वो भारत की ओर से ज्यादा मैच नहीं खेल सके। लाला ने अपने करियर में कुल 24 टेस्ट मुकाबले खेले। जिसकी 40 पारियों में उन्होंने एक शतक और चार अर्धशतक के दम पर 878 रन बनाए। लाला में दौर में भारतीय टीम को टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका भी बहुत कम मिलता था।
2. दीपक शोधन- रोशन हर्षदयाल दीपक शोधन ने साल 1952 में पाकिस्तान के खिलाफ अपने पहले ही मैच में 110 रनों की पारी खेली थी। इस पारी के दम पर वो रातों-रात स्टार बने। लेकिन उनका ये स्टारडम जितनी तेजी से ऊपर उठा उसे गिरते ही उतना ही कम समय लगा। दीपक अपने करियर में मात्र 3 टेस्ट खेल सके। जिसकी चार पारियों में वो मात्र 181 रन ही बना सके।
3. कृपाल सिंह- साल 1955 में न्यूजीलैंड के खिलाफ डेब्यू करने वाले कृपाल सिंह ने अपने पहले ही मैच में 100 रनों की शतकीय पारी खेलते हुए बड़ा धमाका किया था। लेकिन कृपाल पर चयनकर्ताओं की कृपा ज्यादा दिनों तक नहीं बनी रही। कृपाल ने अपने करियर में कुल 14 टेस्ट मैच खेले। जिसमें एक शतक, दो अर्धशतक के साथ वो मात्र 422 रन ही बना सके।
4. अब्बास अली बेग- साल 1959 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने पर्दापण मुकाबले में ही अब्बास अली बेग ने 112 रनों की यादगार पारी खेली थी। लेकिन बेग लंबे समय तक भारत के लिए क्रिकेट नहीं खेल सके। बेग का करियर मात्र 10 टेस्ट मैचों का रहा। जिसकी 18 पारियों में बेग के बल्ले से 428 रन निकले।
5. हनुमंत सिंह- हनुमंत सिंह ने साल 1964 में इंग्लैंड के खिलाफ दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर 105 रन की पारी खेली थी। उनकी ओपनिंग तो काफी शानदार रही। लेकिन वो ज्यादा लंबे समय तक भारत की ओर से नहीं खेल सके। हनुमंत ने भारत ने कुल 14 टेस्ट खेले।
6. सुरेंद्र अमरनाथ- सुरेंद्र ने साल 1976 में अपने पहले ही टेस्ट में न्यूजीलैंड के खिलाफ ऑकलैंड के मैदान पर 124 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी। इस धमाकेदार आगाज के बाद भी सुरेंद्र लंबे समय तक भारतीय टीम को अपनी सेवा नहीं दे सके। सुरेंद्र ने अपने करियर में 10 टेस्ट खेलते हुए एक शतक और तीन अर्धशतक के साथ कुल 550 रन बनाए।
7. प्रवीण आमरे- धमाकेदार आगाज के बाद बहुत समय में गुमनाम हो जाने भारतीय क्रिकेटरों की सूची आखिरी भारतीय बल्लेबाज के रूप में प्रवीण आमरे का नाम लिया जाता है। प्रवीण ने साल 1992 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ डरबन में 103 रन की पारी खेली थी। इसके बाद भी प्रवीण ज्यादा समय तक भारतीय टीम को प्रतिनिधित्व नहीं कर सके। आमरे कुल 11 टेस्ट मैच खेल सके। इन 11 मुकाबलों से प्रवीण ने एक शतक और तीन अर्धशतक के दम पर कुल 425 रन बनाए।
इस सात खिलाड़ियों से इतर अपने करियर का धमाकेदार आगाज कर लंबे समय तक भारत की ओर से खेलने वाले सफल क्रिकेटरों में लिस्ट में भी सात खिलाड़ी शामिल हैं। इस लिस्ट में गुंडप्पा विश्वनाथ, मोहम्मद अजहरूद्दीन, सौरभ गांगुली, वीरेंद्र सहवाग, सुरेश रैना, शिखर धवन और रोहित शर्मा हैं। पृथ्वी से यह उम्मीद की जा रही है कि वो गुमनामी में न खोते हुए भारतीय टीम की और से कई यादगार पारियां खेले।
Published on:
04 Oct 2018 08:42 pm
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