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इंग्लैंड में मौका नहीं मिलने पर बेहद परेशान हो गए थे अर्शदीप सिंह, कोच का बड़ा खुलासा

इंग्‍लैंड के दौरे पर अर्शदीप सिंह स्‍क्‍वॉड में शामिल थे, लेकिन उन्‍हें टेस्‍ट डेब्‍यू का मौका नहीं दिया गया। इस पर अब उनके कोच ने खुलासा किया है कि मौका नहीं मिलने से अर्शदीप काफी परेशान और हताश हो गए थे।

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भारत

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lokesh verma

Aug 25, 2025

Arshdeep Singh

प्रैक्टिस सेशन के दौरान भारतीय तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह। (फोटो सोर्स: IANS)

पंजाब क्रिकेट टीम के गेंदबाजी कोच गगनदीप सिंह का कहना है कि उन्हें हैरानी है कि अर्शदीप सिंह को टीम का हिस्सा होने के बावजूद भारत बनाम इंग्लैंड टेस्‍ट सीरीज में एक मैच में भी मौका नहीं दिया गया। उन्हें पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के दौरान बेंच पर ही बैठना पड़ा। हालांकि वह मैनचेस्टर में भारत बनाम इंग्लैंड चौथे टेस्ट में अपना टेस्ट डेब्‍यू करने के बहुत करीब पहुंच गए थे, लेकिन प्रैक्टिस के दौरान उनके हाथ में दुर्भाग्यपूर्ण चोट लगने के कारण मैच से बाहर होना पड़ा, जिससे उनकी उम्मीदें खत्म हो गईं।

सीम और स्विंग के अनुकूल हालात के बावजूद नहीं दिया मौका

गगनदीप ने द हिंदू से बातचीत में कहा कि उन्‍होंने अर्शदीप सिंह के साथ काफी करीब से काम किया है। उन्‍होंने खुलासा किया कि अर्शदीप प्‍लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिलने पर बेचैन और अधीर महसूस कर रहे थे। उन्हें वास्तव में आश्चर्य हुआ कि इंग्लैंड में सीम और स्विंग के अनुकूल हालात होने के बावजूद डेब्‍यू का मौका नहीं दिया गया।

'चयनकर्ताओं ने अनुभव की कमी का हवाला दिया था'

गगनदीप ने कहा कि मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि उन्हें इंग्लैंड में मौका मिलना चाहिए था। कुछ महीने पहले जब वह इंग्लैंड में थे, तब हमने उनसे बात की थी। टेस्ट टीम में मौका न मिलने से वह काफी परेशान हो गए थे। कोच ने अर्शदीप के भविष्य में टेस्ट खेलने का समर्थन किया और कहा कि उनका कौशल लाल गेंद वाले क्रिकेट के लिए भी पूरी तरह उपयुक्त है। उन्‍होंने कहा कि पहले लाल गेंद वाले फार्मेट में मौका नहीं दिया गया था, क्योंकि चयनकर्ताओं ने उनके अनुभव की कमी का हवाला दिया था।

'तुम्हें अपने समय का इंतजार करना होगा'

गगनदीप ने आगे कहा कि मैंने उनसे कहा था कि तुम्हें अपने समय का इंतजार करना होगा। टेस्ट क्रिकेट अलग है, यह आपके कौशल और स्वभाव की उस तरह से परीक्षा लेता है, जैसा कोई और फॉर्मेट नहीं लेता। लेकिन, उनकी लंबाई, गेंद को स्विंग करने की स्वाभाविक क्षमता और बेहतर नियंत्रण को देखते हुए। मेरा मानना ​​है कि उनका कौशल लाल गेंद वाले क्रिकेट के लिए भी बहुत उपयुक्त है।