जानें कौन हैं एसीयू प्रमुख शरद कुमार
68 वर्षीय शरद कुमार उत्तर प्रदेश के बरेली से हैं और हरियाणा कैडर के 1979 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने 2013 से 2017 तक भारत के शीर्ष आतंकवाद विरोधी संगठन, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) का नेतृत्व किया, जहां उन्होंने पठानकोट एयरबेस हमले सहित कई हाई-प्रोफाइल आतंकी मामलों को संभाला। एनआईए में उनके कार्यकाल ने आतंकवाद निरोधक और आतंकी वित्तपोषण नेटवर्क को बाधित करते हुए एनआई की क्षमताओं को मजबूत किया।
दो बार मिला राष्ट्रपति पुलिस पदक
एनआईए में अपनी भूमिका के अलावा शरद कुमार ने 2018 से 2020 तक केंद्रीय सतर्कता आयोग में सतर्कता आयुक्त के रूप में कार्य किया। यहां तक कि केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के अंतरिम पद पर भी रहे। कानून प्रवर्तन में उनके करियर को प्रतिष्ठित पुरस्कारों से मान्यता मिली है, जिसमें 1996 में सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक और 2004 में विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक शामिल है। केके मिश्रा की जगह लेंगे
बीसीसीआई के भ्रष्टाचार विरोधी प्रयासों को मजबूत करना शरद कुमार की नियुक्ति को आधिकारिक तौर पर 29 सितंबर को बीसीसीआई की वार्षिक आम बैठक के दौरान अंतिम रूप दिया गया था और उन्होंने 1 अक्टूबर को पदभार ग्रहण किया। उनकी नियुक्ति तीन साल के कार्यकाल के लिए हुई है, जो हरियाणा कैडर के एक अन्य पूर्व आईपीएस अधिकारी केके मिश्रा की जगह लेंगे। एसीयू प्रमुख के रूप में वह अपनी नई भूमिका में भारतीय
क्रिकेट में भ्रष्टाचार से निपटने और विशेष रूप से मैच फिक्सिंग और सट्टेबाजी जैसे गंभीर मुद्दों को देखेंगे।