
नई दिल्ली : दिल्ली जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष रजत शर्मा ने एक बार फिर अपने पद से दे दिया है। इस बार इस बार लोकपाल रिटायर्ड जज और लोकपाल बदर दुरेज अहमद ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया। बता दें कि शर्मा ने पिछले साल जुलाई में डीडीसीए का कार्यभार संभाला था। रजत शर्मा के साथ ही डीडीसीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रवि चोपड़ा ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया था, उसे भी मंजूर कर लिया गया है। नए अध्यक्ष की नियुक्ति तक डीडीसीए के उपाध्यक्ष राकेश कुमार बंसल अध्यक्ष रजत शर्मा का कामकाज देखेंगे। बता दें कि इससे कुछ दिन पहले गौतम गंभीर ने यह आरोप लगाते हुए डीडीसीए से इस्तीफा दे दिया था कि वह अपने मर्जी का काम नहीं कर पा रहे हैं। गंभीर भाजपा सांसद भी हैं।
रजत शर्मा ने भी डीडीसीए की स्थिति बुरी बताया
लोकपाल के आदेश के मुताबिक, शुक्रवार दिन एक बजे उन्हें मुझे रजत शर्मा का एक मेल मिला। इसमें उन्होंने लिखा है कि वह 16 नवंबर को ही अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। इस्तीफा के कारणों का जिक्र उन्होंने अपने पत्र में कर दिया है। लेकिन आदेश के कारण वह इसके बाद भी अपने पद पर बने रहे। उन्होंने आगे अपने पत्र में लिखा है कि डीडीसीए में स्थिति काफी बुरी है और ऐसे में उनके लिए आगे काम करना नामुमकिन है। इसी कारण वह तत्काल प्रभाव से अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं। लोकपाल ने लिखा है कि अब यह स्पष्ट है कि रजत शर्मा डीडीसीए के अध्यक्ष के तौर पर काम नहीं करना चाहते हैं।
क्रिकेट सलाहकार समिति का होगा दोबारा गठन
डीडीसीए के एक अधिकारी ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) का भी दोबारा से गठन किया जाएगा। अधिकारी ने यह भी बताया कि नए अध्यक्ष की नियुक्ति तक उपाध्यक्ष कार्यभार संभालेंगे। बीसीसीआई की एक दिसंबर को होने वाले एजीएम के बारे में उन्होंने कहा कि रजत शर्मा ही बीसीसीआई में डीडीसीए के प्रतिनिधि थे। इसलिए इस पर भी बैठकर फैसला लेना होगा।
Updated on:
29 Nov 2019 06:42 pm
Published on:
29 Nov 2019 06:40 pm
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