कहा- बीसीसीआइ में सबकुछ ठीक नहीं
कर्नल के नाम से मशहूर दिलीप वेंगसरकर ने एक मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बीसीसीआइ में इस वक्त जो कुछ चल रहा है, वह मेरे जैसे पूर्व क्रिकेटरों के लिए परेशानी का सबब है। राष्ट्रीय टीम में नियुक्ति या किसी को निकालने की प्रक्रिया ये साबित करती है कि बीसीसीआइ प्रशासन में सबकुछ ठीक नहीं। विनोद राय चीजों को जैसे हैंडल कर रहे हैं वह हंसी के पात्र बन गए हैं।
कोच की नियुक्ति सीओए का काम नहीं
लार्डस के मैदान पर लगातार तीन शतक का गौरवशाली इतिहास अपने नाम रखने वाले इकलौते बल्लेबाज दिलीप वेंगसरकर ने जोर देकर कहा कि उन्हें नहीं पता कि बीसीसीआइ में इन दिनों क्या हो रहा है। उन्होंने सवाल भी उठाया कि क्या कोच की नियुक्ति और उसे पद से हटाने का काम सीओए का है?
प्लेयर के कहने पर नहीं होनी चाहिए कोच की नियुक्ति
वेंगसरकर ने कहा कि उनकी नजर में कप्तान या प्लेयर के कहने पर एक कोच को पद से हटा देना या फिर उनके कहने पर नए कोच की नियुक्ति करना पूरी तरह गलत है। ये एक प्रशासनिक फैसला है और उन्हें यही बात समझ में नहीं आ रही कि इस बीच में खिलाड़ी कहां से आ रहे हैं।
गांगुली भी उठा चुके हैं सवाल
बता दें कि डायना इडुल्जी और दिलीप वेंगसरकर से पहले भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के अध्यक्ष सौरव गांगुली भी विनोद राय के कार्यशैली पर सवाल उठा चुके हैं।