आईसीसी ने बताया कि हैट्रिक के लिए लगातार तीन वैध गेंदों पर तीन विकेट लेने होते हैं, जबकि विदर्भ की ओर से राजस्थान की ओर से दीपक चाहर ने लगातार तीन वैध गेंदे नहीं डाली थी। बीच इन तीन गेंदों के बीच में एक वाइड भी थी। चाहर ने चौथी गेंद पर विकेट लेने के बाद पांचवीं गेंद वाइड डाली थी। इसके बाद दोबारा जब पांचवीं और उसके बाद छठी गेंद पर उन्होंने विकेट लिया था। इसलिए इसे हैट्रिक नहीं माना जा सकता। इस कारण आईसीसी और बीसीसीआई ने अपनी गलती सुधारते हुए इसे रिकॉर्ड बुक से हटा दिया। बता दें कि इस ओवर की पहली गेंद पर भी चाहर ने एक विकेट लिया था। यानी छह गेंद पर चार विकेट।
लेकिन ऐसा भी नहीं है कि वैध गेंद होने पर ही हैट्रिक होगा। इसको लेकर यह कोई आधिकारिक नियम नहीं है। बस शर्त यह है कि लगातार तीन गेंद पर तीन विकेट होने चाहिए। यानी अगर गेंदबाज वाइड गेंद पर बल्लेबाज को स्टंप या हिट विकेट करा देता है तो इसे हैट्रिक माना जाएगा।