
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के ऑस्ट्रेलिया से आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप-2003 का फाइनल मुकाबला हारना सभी को याद होगा। लेकिन वर्ष 2003 में ही ऑस्ट्रेलियाई टीम ने एक बार और भारत को एक टूर्नामेंट के फाइनल मैच में हराया था। ये फाइनल था वर्ष 2003 में टीवीएस कप टूर्नामेंट का, जो भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच कोलकाता के इडेन गार्डंस स्टेडियम में आज तक खेला गया एकमात्र मैच भी है। अब भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज का दूसरा मैच गुरुवार को यहीं पर खेला जाना है तो क्या भारत उस फाइनल की हार का बदला ले पाएगा?

236 रन भी नहीं बना पाया था भारत भारतीय क्रिकेट टीम टीवीएस कप के इस फाइनल मैच में 236 रन भी नहीं बना पाई थी और खिताब हार गई थी। ऑस्ट्रेलिया ने डेमियन मार्टिन के 61 रन और माइकल बेवन के नॉटआउट 40 व माइकल क्लार्क के मात्र 28 गेंद में नॉटआउट 44 रन से 50 ओवर में 5 विकेट पर 235 रन बनाए। जवाब में भारत 41.5 ओवर में 198 रन ही बना पाया था।

नहीं खेली किसी ने बड़ी पारी, आखिर में डटे अगरकर भारतीच पारी में शुरू से ही विकेटों की कतार लगी रही। सचिन तेंदुलकर ने 45 रन, राहुल द्रविड़ ने 49 रन और वीवीएस लक्ष्मण ने 22 रन की पारी खेली, लेकिन कोई भी बड़ी पारी नहीं खेल पाया। युवराज सिंह 4 रन ही बना पाए। बाद में हेमंग बदानी (30 रन) का साथ अचानक बल्ले से अपनी रंग दिखाया अजीत अगरकर ने।

अगरकर की कोशिश कर दी हार्वे ने फेल अजीत अगरकर ने 23 गेंद में 1 चौके व 2 सिक्सर लगाकर 26 रन बनाते हुए टीम को जीत की उम्मीद जगाई, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर इयान हार्वे ने अपनी 11 गेंद में 4 विकेट चटकाकर भारत की पारी ही खत्म कर दी। हावे ने 40वें ओवर में चौथी व 5वीं गेंद पर मुरली कार्तिक और जहीर खान को आउट किया तो 42वें ओवर की पहली व 5वीं गेंद पर हरभजन सिंह व आविष्कार साल्वी को पवेलियन भेज दिया।

वर्ल्ड कप की तरह यहां भी मैन ऑफ द सीरीज थे सचिन तेंदुलकर सचिन तेंदुलकर के लिए भी ये फाइनल मैच दो मायनों में वर्ल्ड कप फाइनल के रिप्ले जैसा साबित हुआ। पहले तो उनकी टीम ऑस्ट्रेलिया से फिर एक खिताबी मुकाबला हार गई और दूसरा ये कि इस टूर्नामेंट में भी वे वल्र्ड कप की ही तरह सबसे ज्यादा 466 रन 77.6 के रनऔसत से बनाकर मैन ऑफ द सीरीज चुने गए।