दरअसल कटक के इस विकेट पर गेंद रुक कर आ रही है, इससे स्पिन गेंदबाजों को मदद मिल रही है। शायद यही वजह है कि रवींद्र जडेजा ने 10 ओवर में मात्र 35 रन देते हुए तीन विकेट झटके हैं। ऐसे में दुनिया का कोई भी कप्तान अपने स्पिनरों को ज्यादा से ज्यादा गेंदबाजी कराएगा और चाहेगा की उनके 10 ओवर का कोटा पूरा हो। लेकिन रोहित ने यहां ऐसा नहीं किया। रोहित ने जडेजा और इस मैच में डेब्यू कर रहे वरुण चक्रवर्ती से 10 – 10 ओवर कराये, लेकिन अक्षर पटेल को उन्होंने मात्र छह ओवर दिये।
स्पिनरों के अलावा सभी तेज गेंदबाज महंगे साबित हुए, बावजूद इसके रोहित उनसे लगातार गेंदबाजी कराते रहे। जिसका इंग्लिश
बल्लेबाजों ने भरपूर फायदा उठाया। मोहम्मद शमी ने इस मैच में 7.5 ओवर फेंके और 8.40 की खराब इकॉनमी से 66 रन देते हुए मात्र एक विकेट झटका। कुछ ऐसा ही हाल हर्षित राणा का भी था। राणा ने 9 ओवर में 62 रन देते हुए एक विकेट लिया। उनकी इकॉनमी 6.90 की थी। वहीं हार्दिक पांड्या ने सात विकेट में 53 रन देकर डबल्यूके विकेट लिया।
महंगे साबित हो रहे तेज गेंदबाजों की जगह अगर रोहित अक्षर से उनके पूरे ओवर दलवा देते तो शायद इंग्लैंड 300 का आंकड़ा पार नहीं कर पाता। अक्षर ने इस मैच में छह ओवर फेंके और 5.30 की इकॉनमी से 32 रन दिये। हालांकि उन्हें कोई सफलता नहीं मिली।
इंग्लैंड के बल्लेबाज जो रूट ने 72 गेंद पर छह चौके की मदद से 69 रनों की पारी खेली। वहीं बेन डकेत ने 56 गेंद पर 10 चौके की मदद से 65 रन बनाए। इन दोनों के अलावा कप्तान जोस बटलर ने 35 गेंद पर 34 और हैरी ब्रुक ने 52 गेंद पर 31 रनों का योगदान दिया। वहीं अंत में लियाम लिविंगस्टोन ने 40 रन बनाकर आउट हुए।