
India-Pakistan Tension: भारत और पाकिस्तान के बढ़ते तनाव के बीच मोदी सरकार ने अहम फैसला लिया है। भारत सरकार ने सेना प्रमुख को प्रमुख शक्तियां देते हुए जरूरत पड़ने पर टेरिटोरियल आर्मी को बुलाए जाने को कहा है। केंद्र की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि भारतीय सेना अध्यक्ष को टेरिटोरियल आर्मी के प्रत्येक अधिकारी और प्रत्येक भर्ती व्यक्ति को आवश्यक सुरक्षा प्रदान करने या नियमित सेना को सहायता या पूरक प्रदान करने के उद्देश्य से तैनात करने के लिए शक्तियों के प्रयोग का अधिकार दिया है। लेकिन क्या आपको पता है कि भारत की कई प्रमुख क्रिकेट हस्तियां जैसे महेंद्र सिंह धोनी, कपिल देव, सचिन तेंदुलकर इस आर्मी का हिस्सा है। आइए इनके बारे में डालते हैं एक नजर...
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को 2011 में भारतीय सेना की टेरिटोरियल आर्मी की मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की उपाधि दी गई थी। वह 106 टेरिटोरियल आर्मी बटालियन से जुड़े हैं। उन्होंने टेरिटोरियल आर्मी में पैराशूट रेजिमेंट में अपनी सेवाएं दी थी। उन्होंने अपनी यूनिट के साथ 2019 में जम्मू-कश्मीर में गश्त और अन्य सैन्य गतिविधियों में हिस्सा लिया था।
1983 वनडे विश्वकप विजेता भारतीय टीम के कप्तान कपिल देव को टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक प्राप्त है। वह टेरिटोरियल आर्मी के ब्रांड एम्बेस्डर के रूप में भी सक्रिय रहे हैं। हालाकि कपिल देव ने नियमित सैन्य प्रशिक्षण नहीं लिया है।
गॉड ऑफ क्रिकेट के तौर पर पहचाने जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को इंडियन एयरफोर्स ने 2010 में मानद ग्रुप कैप्टन की उपाधि दी थी। वह टेरिटोरियल आर्मी से भी जुड़े रहे हैं। उनका मुख्य काम भारतीय युवाओं को सेना में जाने के लिए प्रेरित करना है।
टेरिटोरियल आर्मी भारतीय सेना की सहायक सैन्य संगठन है। यह नियमित सेना को ऐसे कर्तव्यों से मुक्त करने में मदद करती है, जो उनके के लिए आवश्यक नहीं होते हैं, जिससे वे युद्ध या आपातकालीन स्थिति में अधिक ध्यान केंद्रित कर सकें।
इतना ही नहीं, प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में नागरिक प्रशासन की सहायता करना और ऐसी स्थितियों में आवश्यक सेवाओं में मदद करना भी शामिल होता है, जहां समुदायों का जीवन प्रभावित होता है या देश की सुरक्षा को खतरा होता है। जब भी जरूरत होती है, तो यह नियमित सेना को युद्ध या अन्य आपातकालीन स्थितियों में यूनिट प्रदान करती है।
कई लोग ऐसे में भी जो किन्हीं कारणों ने सेना में भर्ती नहीं हो पाते, सेना ऐसे युवाओं को टेरिटोरियल आर्मी के जरिए देश सेवा का मौका देती है। टेरिटोरियल आर्मी एक वालंटियर सर्विस होती है, जिन्हें ट्रेनिंग देने के बाद जरूरत पड़ने पर सेना आपकी सेवा ले सकती है। देश का आम आदमी अपने व्यवसाय और नौकरी के साथ-साथ इसे ज्वाइन कर सकती है। यह रेगुलर जॉब की तरह नहीं है और ना ही इसे सोर्स ऑफ इनकम के तौर पर माना जाता है।
Published on:
09 May 2025 05:29 pm
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