दरअसल इस कैप का कनेक्शन पूर्व खिलाड़ी बॉब विलिस नाम के एक शख्स से है। विलिस की 2019 में 70 साल की उम्र में प्रोस्टेट कैंसर से मौत हो गई थी। जिसके बाद इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के इरादे से बॉब विलिस फंड बनाया गया था। इस फंड की मदद से इस बीमारी से ग्रसित लोगों का इलाज किया जाता है। बॉब विलिस फंड में अबतक पांच लाख पाउंड से ज्यादा की धनराशि जमा हो चुकी है।
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इस टेस्ट के दूसरे दिन का खेल शुरू होने से पहले खिलाड़ियों और दर्शकों ने लगभग 45 सेकेंड तक बॉब विलिस की याद में तालियां बजाईं। इंग्लैंड में इस बीमारी के इलाज और अनुसंधान के लिए #BlueForBob मुहिम चल रही है। पिछले साल भी जब पाकिस्तान की टीम इंग्लैंड दौरे पर आई थी, तब भी एक वनडे में दोनों टीमों के खिलाड़ियों, कॉमेंटेटर और दर्शकों ने नीले रंग की कैप पहनी थी।
विलिस 1982 से 1984 के बीच इंग्लैंड के कप्तान थे। विलिस ने अपने करियर में 90 टेस्ट खेले हैं। जिसमें उन्होंने 325 विकेट चटकाए हैं। उनका यादगार प्रदर्शन साल 1981 के एशेज में आया जहां उन्होंने तीसरे टेस्ट की दूसरी पारी में 43 रन देकर आठ विकेट लिए थे। 1972-84 के बीच विलिस ने काउंटी टीम वारविकशायर के लिए एजबेस्टन में अपने घरेलू मैच खेले थे। विलिस के नाम पर 64 वनडे इंटरनेशनल में 80 विकेट भी दर्ज हैं।